और 2020 में गलवान के बलवान ने ड्रैगन को याद दिलाया नाथुला

  नाथुला की 1967 की तरह गलवान में भी सिखाया सबक अन्य देशों की तरह भारत पर चीन के दबाव की नहीं चलेगी रणनीति सिक्किम के नाथाला दर्रें में 1967 के आखिरी बार खूनी हुर्इ थी झड़प 90 सैनिकों की शहादत का बदले ड्रैगन के 400 सैनिको की हुर्इ मौत   “रविवार को प्रधानमत्री ने मन की बात  में लद्दाख में पिछले दिनों चीनी सेना के साथ हुई भारतीय सैनिकों की झड़प को लेकर चीन को लेकर साफ संदेश दिया। देते हुए कहा, कि 'भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. अगर

पहाड़ों का सीना चीर चीन के सीने पर चढ़ा बीआरओ

निर्धारित समय से पहले चीन सीमा से जुड़ा‘चिकननेक’ डोकलाम से लिया सबक, सीमा क्षेत्रों में बिछा सड़कों को जाल सड़क निर्माण से घबराया ड्रैगन,  गलवान में किया हिंसक झड़प   पवन शुक्‍ल, सिलीगुड़ी :  भरतीय सेना कितनी सक्षम है, इसका उदाहरण गलवान की घटी में बिहार रेजीमेंट के जवानों ने दे दिया। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि देश के दुर्गम पहाडि़यों के बीच सड़क का निर्माण करना कठीन था, जो किसी भी समय सेना के साजो-सामान और रसद की पहुंच आसान हो सके। इसके लिए डोकला

साल का पहला सूर्य ग्रहण

ग्रहण से जुड़ी ये बातें भी ध्यान रखें   सूतक के समय पूजा-पाठ न करें मंत्रों का जाप करें, और अपने इष्टदेव का ध्यान कर सकते हैं। खासकर जो गर्भवती महिलाएं है उन्‍हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसे समय में ग्रहण से निकलने वाली सूर्य से हानिकारक तरंगे मां और बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक होती हैं। खाने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए, जिससे कि पका हुआ खाना ग्रहण के कारण अशुद्ध्‍ होने से बच जाए। ग्रहण खत्म होने के बाद घर की सफाई के साथ स्थापित दे

बेरूखी के बाद खुद से बेरूखी सी हो गई है...!

  राज्यों की बेरूखी से मजदूरों का महानगरों से मोह भंग गुजरात में कपड़ा मिलों में एक शिफ्ट चल रही फैक्ट्री दिल्ली, मुम्बई, हरियाणा व पंजाब में मजदूरों का टोटा योगी की पहल, मजदूरों को प्रदेश में ही मिलेगा रोजगार पवन शुक्ल, सिलीगुड़ीः वैश्विक बिमारी कोरोना को रोकने के लिए केन्द्र सरकार के लाकडाउन की घोषणा से देश के महानगरों में काम करने वाले मजदूरों की हालत सबसे अधिक खराब हुई। पहले 15 दिन तो कट गए, लेकिन उसके बाद जो हाल, दिल्ली, मुम्बई, राजस्थान, मध्यप्रदेश

...और “छीछोरे” ने तोड़ा जीवन का “पवित्र रिस्ता”...!

मैनेजर दिशा सलियन ने 14वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी टीवी के सीरियल पवित्र रिश्ता से एक्टिंग की थी शुरुआत “आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट में मां को याद करते हुए लिखा था कि जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं”   पवन शुक्लः पवित्र रिस्ता से रूपहले पर्दे पर कदम रखाने वाले प्रतिभावान कलाकार (पटना बिहार)  सुशांत सिंह राजपूत अब नहीं रहे। वे  रविवार को मुंबई में अपने फ्लैट में फांसी लगा ली जिससे उनकी मौत हो गर्इ।  34 साल के सुशांत ने खुदकुशी क्‍यों की, इसको ले

कल तक ये आपके बच्‍चे थे, कल से हमारे: सेना प्रमुख

सुख हो या दुख हो हम एक साथ रहेंगे: मनोज मुकुंद नरवणे आइएमए परेड में देहरादून में दिखी देश के जवानो की हनक 433 कैडेड में 333 भारत के साथ 6 अफसर बंगाल के हुए शामिल  पवन शुक्‍ल : शनिवार की सुबह कोरोना संकट के दौर में भारत सेना के इतिहास की एक नई सुबह लेकर निकला,  हलांकि बादलों के साये के बीच जब जांबाज जवानों ने देहरादून भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) के परेड ग्राउंड कदम रखा तो देश की सुरक्षा को एक और चांद जुड़ गया। सलामी परेड के बाद जब थलसेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुं

सपनों की रानी “दार्जिलिंग” में कोरोना का खौफ

पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी गल्ला मंडी “खालपाड़ा” में खुला खाता एक दिन में दार्जिलिंग सिलीगुड़ी में 43 मामले, 25 क्वारंटीन पवन शुक्ल, सिलीगुड़ीः “मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू चली आ तू चली आ” अर्थात हिन्दी फिल्म में मशाहूर गीत, से पहाड़ों की रानी “दार्जिलिंग” को एक नर्इ पहचान मिली। दुनियां के सबसे स्वादिष्ट चाय के उत्पादन की धारती पर अभी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया। अगर दार्जिलिंग जिले की बात करें बुधवार को एक दिन में 43 नए मामले ने वादियों के रंग

“विनायकी” को इंसाफ

एक जानवर की जान इंसानों ने ली...! हत्या पलक्क्ड़ में जांच मल्लापुरम में जमीन-जेहाद के बाद विनायकी मामले में प्राथिमकी अमानवीयता की कैसी चरम पराकाष्ठा की उम्मीद नहीं पवन शुक्ल, सिलीगुड़ीः संतान के दर्द का एहसास सिर्फ “मां” ही समझ सकती है...!शायद यही दर्द “विनायकी” का...! रहा होगा। पेट की आग बुझाने  “विनायकी” जब साइलेंट वैली से निकली तो क्या पता था, अब साइलेंट वैली नेशनल पार्क अब उसे नहीं देख पाएगी। देश के एक छोर बसे सबसे साक्षर राज्य केरला के इंसान

घर हुए गुलज़ार पर सूनी हो गई बस्ती...

वैश्विक संकट, अब गांवों की ओर पांव पसारेगा जानलेवा कोरोना महानगरों से पलायन, जीरो संक्रमण क्षेत्र की भी मुसीबत बढ़ी गरीब मजदूरों के परिवारों पर टूटेगा अदृश्य बिमारी का पहाड़ पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी: गांव की गलियों से शहरों की चकाचौंध में अपना और अपने परिवार की जीवनशैली बदलने की चाहत अब गांव के मजदूरों पर भारी पड़ रही है। रोजगार की तलाश में महानगरों की ओर रूख करने वाले युवा अब वैश्विक माहामारी कोरोना से संक्रमित हो कर अपने वतन लौट रहे हैं। क्योकि कोरोना

बाहर से चुपचाप है दिखता अंदर है कोहराम...

खुशियों की तलाश में मिला मुसीबत का दंश पवन शुक्‍ल,सिलीगुडी: पेट में भूख ज्‍वाला, चेहरे पर बेचैनी, मन में में उदासी थी और दिल में कोरांना का जख्‍म। लक्ष्‍य था अपने गांव की गलियों जहां अपने हैं। हालातों से जूझते सोमवार की शांम को करीब 5 बजे स्थान था वर्धमान रोड का झंकार मोड़ 5 युवक टोटो विनती करते हुए सिलीगुड़ी जंक्शन पहुंचने की बात कर रहे थे। ये युवक उड़ीसा में एक कंपनी का बन रहे भवन में काम कर रहे थे। बात करने पर एक युवक ने फफक कर कहा, सर हम लोग रात और दिन की बात नह

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