मालदा में बीएसएफ ने 2.98 लाख नकली नोट बरामद, दो गिरफ्तार

दक्षिण बंगाल सीमान्त के जवानों ने तस्करों के प्रयासों को किया विफल

भारत-बांग्लादेश सीमा पर  500 के 596 नकली भारतीय मुद्रा जब्त की

एनई न्‍यूज भारत, मालदा

दक्षिण बंगाल सीमान्त के अंतर्गत 115वीं वाहिनी, बीएसएफ की सीमा चौकी सोवापुर के सतर्क जवानों ने पश्चिम बंगाल के मालदा जिले की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर जाली नोटों के तस्करों के प्रयासों को विफल करते हुए, 500 के 596 नकली भारतीय मुद्रा नोट जब्त किए, जिसका अंकित मूल्य 2,98,000 रूपये है। विशिष्ट सूचना पर कार्रवाही करते हुए सीमा चौकी सोवापुर के जवानों ने 2,98,000  रुपये के मूल्य की भारतीय नकली मुद्रा जब्त की। जब तस्कर इन नकली भारतीय मुद्रा बांग्लादेश से भारत में तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे। जानकारी के अनुसार, 28 अगस्त को 115 बटालियन, सीमा चौकी सोवापुर के जवानों ने खुफिया विभाग द्वारा दी गई सूचना के आधार पर चौकसी बढ़ा दी थी। तभी दोपहर को लगभग 12 बजे, बीएसएफ जवानों ने 02 संदिग्ध व्यक्ति को मोटर साइकिल पे आते हुए देखा, ड्यूटी पर तैनात जवान ने उसकी संदिग्ध गतिविधि देख कर उन्हे रुकने का इशारा किया यह देख तस्कर मोटर साइकिल छोड़ भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन बीएसएफ के जवानों ने उनको पकड़ा और तलाशी ली जिसके दौरान उनके पास से नकली नोटों का 06 बंडल मिला जिसमें 500 रुपए के 596 नोट थे।

पकड़े गए तस्करों की पहचान रजक शेख (18 वर्ष) नाम और रंजित शेख (20 वर्ष) नाम बदला हुआ गांव काकोडिया, मुर्शिदाबाद के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे देवनापुर गांव के पास एक व्यक्ति से मिले,जिसका नाम हैदर अली पिता-लेफ्टिनेंट असिन शेख था जोकि देवनापुर गांव का निवासी है। हैदर अली ने नकली नोटों के 06 छोटे बंडल वाले एक प्लास्टिक कवर उनको सौंप दिया। दोनों तस्करों को इन बंडलों को आगे गांव धुलियान, पीएस शमशेरगन के पास एक अज्ञात व्यक्ति को सौंपना था। यह खेप सौंपने के लिए उन्हें 100 रुपये मिलते लेकिन बीएसएफ के जवानों ने पहले ही दोनों को धर दबोचा। जब्त किए गए सामान को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए, थाना- वैष्णवनगर जिला-मालदा को सौंप दिया गया है।

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसम्पर्क अधिकारी ए.के आर्य ने जवानों की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता का परिचय है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि किसी भी परस्थिति में तस्करी के रास्ते को न अपनाये। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि उनके जवान सीमा पर किसी भी सूरत में तस्करी या अन्य किसी प्रकार का अपराध नही होने देंगे और उसमे संलिप्त व्यक्तियों को नही छोड़ेंगे।