मोबाइल तस्करी को किया नाकाम तस्कर को दबोचा

 

• बीएसएफ ने भारत बंग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा 10 मोबाईल तस्करी को किया नाकाम व तस्कर को रंगे हाथ पकड़ा

• बीएसएफ 143वीं वाहिनी के जवानों को उत्तर 24 परगना करवाई करते हुऐ मिली कामयाबी 

एनई न्यूज भारत,उत्तर 24 परगना: दक्षिण बंगाल के सीमा अंतर्गत 143वीं वाहिनी के सीमा चौकी तराली-1 के जवानों ने बीएसएफ के ख़ुफ़िया विभाग के गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाही करते हुए पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना ज़िले के भारत बांग्लादेश सीमा पर मोबाइल तस्करी को विफल कर अलग अलग ब्रांड के 10 मोबाइल फोन के साथ एक तस्कर को तस्करी करते रंगे हाथ पकड़ लिया। जब्त मोबाइल फोनो की अनुमानित बाजारी कीमत 1,27,990/–है।

मामला 12 सितंबर का लगभग 03:50 बजे, हकीमपुर चेक पोस्ट के पास बीओपी तराली-1,143वीं के सतर्क जवानों ने एक अजनबी ई-रिक्शा को रोका। खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए,अवैध गतिविधियों में इसकी संलिप्तता का संकेत देने वाली पूर्व सूचना के कारण वाहन पर नज़र रखी जा रही थी। हकीमपुर चेकपोस्ट के पास पहुंचने पर, बीएसएफ़ के जवानों ने ई-रिक्शा को रोका और गहन तलाशी ली। जवानों ने वाहन के पिछले हिस्से में,10 नए मोबाइल फोन को बरामद किया।

पकड़े गए तस्कर की पहचान निवासी हकीमपुर, उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है।

पूछताछ के समय उसने खुलासा किया की ये सारा मोबाइल फोन स्वरूपदाहा बाजार से लिया था,ताकि उन्हें बिठारी पहुंचा सके, जहां उन्हें भारत सोनाई नदी के माध्यम से बांग्लादेश ले जाना था। और उसको इस काम के लिए उसे 500/–रुपए मिलने थे। परंतु बीएसएफ जवानों ने चेकपोस्ट पर ही उसे मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर लिया। 

पकड़े गए तस्कर और मोबाइल फोन को,कानूनी कार्रवाई के लिए टेंटुलिया में सीमा शुल्क कार्यालय को सौंप दिया गया है।

दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रोकने के लिए बीएसएफ सख्त कदम उठा रही है। इसके चलते ऐसे अपराध में शामिल लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आगे अधिकारी ने कहा कि हम किसी भी हालत में अपने इलाके से तस्करी नहीं होने देंगे।