न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः बचपन के साथ अगर दीयों के जगमते पर्व दीपावली का मिश्रण हो तो मजा दो गुना हो जाता है। बाल दिवस व दियों के पर्व दिपावली को ब्राइट अकाडमी के बच्चो ने बड़े ही धूम धाम से मनाया। एक तरफ रंगिवरंगी फुलझड़ीया तो दूसरी तरफ चाचा नेहरु की पोशाक से बच्चों का उत्साह दो गुना था। ब्राइट अकादमी में दीपावली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है परन्तु इस बार यह त्योहार आनलाइन कक्षा में मनाया गया। सबसे पहले बच्चों को दीपावली क्यों मनाया जाता है तथा इसके महत्व को समझाया फिर बच्चों को फूलों की रंगोली बनाना सिखाया गया। बच्चों ने गणेश लक्ष्मी की पूजा करते हुए उन्हें दीया के महत्व को समझते हुए उसमें रंग भरा और अंत में सभी बच्चों और शिक्षिकाओं ने मिलकर दीपावली के गाने गाएं और नाच का आयोजन भी किया। शिक्षिकाओं ने बच्चों को यह संदेश दिया कि हमें पर्यावरण के अनुकूल दीपावली मनानी चाहिए
बचपन की तरह खूबसूरत कोई बगीचा नहीं
बाल दिवस बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। बच्चे ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना हैं, वे हर मौसम में खुशी और खुशी फैलाते हैं। बचपन मासूमियत और चंचलता के बारे में है। ऑनलाइन करिकुलम के माध्यम से ब्राइट अकाडमी के बच्चों के लिए एक दिन अंकन बचपन को मज़ेदार और मनमोहक तरीके से मनाया गया। छात्रों को विशेष रूप से उनके लिए आयोजित पावर पैक कार्यक्रम का अनुभव करने के लिए सभी उत्साहित थे। अध्यापकों द्वारा सत्र को बताने वाली एक मजेदार कहानी की भी प्रस्तुति की गई। वहीं बच्चों और शिक्षकों ने छात्रों के लिए विभिन्न नृत्य और गायन की प्रस्तुतियाँ दीं ताकि उनके लिए उनका प्यार और स्नेह प्रदर्शित हो। छात्रों ने अपने शिक्षकों की जय-जयकार की। ऑनलाइन क्लास उत्साह और खुशी से गूंज रही थी।