सिक्किम के आदिवासियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा टीआरआइ केन्द्र
गुरु नानक जयंती पर पीएम के जनजातीय शोध संस्थान की सौगात से गदगद है मुख्यमंत्री
न्याय और अपने लोगों के उत्थान के लिए उनकी लड़ाई एक प्रेरणा बनी हुई है
एनई न्यूज भारत, गंगटोक
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को गुरु नानक जयंती के पावन अवसर पर सिक्किम वासियों के को एक नायाब तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री ने पाक्योंग जिले के असम लिंजे में जनजातीय शोध संस्थान (टीआरआइ) प्रशिक्षण केंद्र का वर्चुअल उद्घाटन किया और इस अवसर पर संस्थान में सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तामांग भी मौजूद थे। वहीं, दूसरी ओर शुक्रवार को ही जनजातीय गौरव दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर मनाया जा रहा है। गंगटोक में एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी और उन्हें एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता बताया, जिन्होंने आदिवासी समुदाय के अधिकारों की लड़ाई लड़ी और ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ मुंडा उलगुलान आंदोलन का नेतृत्व किया। सीएम प्रेम सिंह तामांग ने गुरु नानक जयंती पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धरती आबा के रूप में पूजे जाने वाले बिरसा मुंडा का भारतीय इतिहास में एक अमिट स्थान है। न्याय और अपने लोगों के उत्थान के लिए उनकी लड़ाई एक प्रेरणा बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने संस्थान के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट किया। यह परियोजना 2019 में शुरू हुई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई। उन्होंने कहा कि मैं समाज कल्याण विभाग, इंजीनियरों और स्थानीय ठेकेदार को बधाई देता हूं, जिन्होंने इमारत का समय पर निर्माण पूरा किया। यह संस्थान सिक्किम में आदिवासी समुदायों के कल्याण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रेम सिंह तामांग ने चार जिलों में एकलव्य आवासीय मॉडल स्कूलों (ईआरएमएस) की स्थापना सहित आदिवासी कल्याण के लिए केंद्र सरकार के द्वारा किये गए प्रयास और पहलों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि इन स्कूलों ने भूटिया, लेप्चा और तामांग समुदायों के छात्रों को उत्कृष्टता हासिल करने में सक्षम बनाया है, जिनमें से कई ने एमबीबीएस सीटों जैसे प्रतिष्ठित अवसर हासिल किए हैं। शिक्षा पर अपनी सरकार के फोकस पर बोलते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने संसाधनों को अनुकूलित करने के लिए स्कूल विलय की योजनाओं की रूपरेखा तैयार की। हमने बहुत कम छात्रों वाले प्राथमिक स्कूलों की पहचान की है, कुछ में तो दो छात्र भी हैं और उन्हें विलय करने का फैसला किया है। इससे बेहतर शिक्षण वातावरण और जनशक्ति का कुशल उपयोग सुनिश्चित होगा। हम प्रभावित छात्रों के लिए परिवहन और छात्रावास की सुविधा प्रदान करेंगे। सिक्किम के सीएम ने कहा कि शिक्षा में समाज को बदलने की शक्ति है। शिक्षा समाज की रीढ़ है। यह सिक्किम के भविष्य की कुंजी है, और हम इसे विश्व स्तरीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने सिक्किम सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री मेघावी छात्रवृत्ति योजना को अगले सत्र से माडल स्कूल स्थापित कर उस में शिक्षा देने की व्यवस्था करने घोषणा किया। सामाजिक कल्याण मंत्री साम्डुप लेप्चा ने इस संस्था निर्माण के लिए प्रधानमंत्री को हार्दिक धन्यवाद दिया इस से सिक्किम के जनजाती समुदाय खुश होने की दावा करते हुए संस्थान से के जनजाती समुदाय के विकास में सहायक होने की जानकारी दी।