खेल एक बच्चे को सतर्क और फुर्तीला होने में मदद करता : कमांडेंट
न्यूज भारत, इंफाल (मणिपुर) : स्वर्णिम विजय वर्ष के हिस्से के रूप में विभिन्न स्मारक कार्यक्रम पूरे भारत में आयोजित किए जा रहे हैं। "स्वर्णिम विजय वर्ष: फुटबॉल टूर्नामेंट" 22 सेक्टर एआर/आईजीएआर (पूर्व) के तत्वावधान में 44 असम राइफल्स द्वारा आयोजित कई कार्यक्रमों में से एक है। टूर्नामेंट का आयोजन केपीआई जिले के पानीखेती गांव में एजीएमएसयू, इरंग भाग II इकाई के सहयोग से किया गया था। छह दिवसीय आयोजन 01 सितंबर 21 से शुरू हुआ और टूर्नामेंट में कुल 14 टीमों ने भाग लिया। यूनिट ने खेल का मैदान तैयार करने में मदद की और टूर्नामेंट के संचालन के लिए आवश्यक खेल उपकरण की व्यवस्था की। फाइनल मैच 06 सितंबर को भारी स्थानीय भीड़ की उपस्थिति में खेला गया था। विजेताओं को ट्रॉफी और 15,000/- का नकद पुरस्कार दिया गया, जबकि उपविजेता को ₹ 10,000/- का नकद पुरस्कार दिया गया। गोल्डन बूट और गोल्डन बॉल खिलाड़ी को ₹ 2,500/- प्राप्त हुए।
वहीं यूनिट ने खेल प्रतियोगिता स्थल पर ही पीएचसी, टी वाइचोंग के सहयोग से छह दिवसीय मेगा वेलनेस कैंप का भी आयोजन किया था। मौके पर कुल 250 मरीजों की जांच की गई और मुफ्त दवाएं वितरित की गईं। इसने चिकित्सा चिकित्सकों को जरूरतमंदों के दरवाजे पर लाने में मदद की। समापन समारोह में भारत की समृद्ध और जीवंत संस्कृति को दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शानदार प्रदर्शन देखा गया। जो मंत्रमुग्ध कर देने वाली सैन्य बैंड मार्शल धुनों ने हवा को राष्ट्रवादी भावनाओं से भर दिया। कमांडेंट, 44 असम राइफल्स ने खरगा तमांग, सदस्य मणिपुर राज्य अल्पसंख्यक आयोग के साथ टूर्नामेंट के समापन की घोषणा किया। इस मौके पर तिरंगे के गुब्बारे और कबूतर छोड़े गए। टूर्नामेंट के आयोजन के दौरान सभी कोविड प्रोटोकॉल और सीएबी का सख्ती से पालन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए कमांडेंट ने भविष्य की पीढ़ी के चरित्र, वफादारी, अखंडता, मानसिक और शारीरिक कल्याण को आकार देने में खेल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। खेल प्रतिस्पर्धा और खेल भावना के मूल्यों को विकसित करते हैं। यह एक बच्चे को सतर्क और फुर्तीला होने में मदद करता है, वह सीखता है कि कैसे गरिमा के साथ हारना है और किसी और की सफलता में हिस्सा लेना है। यह उनकी युवा ऊर्जा को दिशा देने का एक साधन है। इस अवसर पर उन्होंने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पानीखेती का यथाशीघ्र जीर्णोद्धार करने तथा क्षेत्र के स्थानीय युवाओं को बटालियन की ओर से उपहार स्वरूप विद्यालय समर्पित करने का बटालियन का संकल्प दोहराया।