स्‍वस्‍थ्‍य जीवन के लिए स्‍वछता जरूरी

स्वास्थ्य स्वच्छता सप्ताह में बच्‍चों ने सीखे सफाई के तरीके  

स्वच्छता उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी एबीसी "ऑलवेज बी क्लीन"

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी : बदलते परिवेश में कोरोना संक्रमण एक भयावह रूप ले चुका है। कोरोना की लड़ाई अब स्‍वच्‍छता पर आ गई है। जीवन के मूल्‍यों को बेहतर और स्‍वास्‍थ्‍य रखने के लिए ब्राइट एकेडमी ने एक सप्‍ताह तक चलने वाले स्वास्थ्य स्वच्छता सप्ताह में बच्‍चों को साफ-सफाई के संबंध में पूरी जानकारी दी गई। वहीं इसमें बताया गया है कि स्‍वास्‍थ्‍य जीवन के लिए स्‍वच्‍छता बहुत जरूरी है। महामारी की स्थिति में "स्वच्छता बनाए रखने वाले रोगों को दूर रखें" इस कहावत का महत्व सबसे अधिक महसूस किया गया था। वहीं बच्‍चों के बीच इसे व्यवहार में लाने के लिए 05 जुलाई से 09 जुलाई 2021 तक ब्राइट एकेडमी में स्वास्थ्य और स्वच्छता सप्ताह मनाया गया। प्लेग्रुप से लेकर कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की गई। इस सप्ताह को मनाने का मुख्य उद्देश्य खुद को हर समय और हर तरह से साफ रखने की आदत पैदा करना था, खासकर इस स्थिति के दौरान जब पूरी दुनिया इस घातक बीमारी से जूझ रही है।

सप्‍ताह में पहले दिन व्यक्तिगत स्वच्छता को समर्पित था जिसमें छात्रों को "हाथ धोना और नाखून काटना" का महत्व और चरणबद्ध तरीके से सिखाया गया था। दूसरा दिन मौखिक स्वच्छता "दांतों को ब्रश करना" पर केंद्रित था। छात्रों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपने दांतों को ब्रश करने के महत्व और कदमों के बारे में सिखाया गया। तीसरे दिन "नहाना और बालों में कंघी करना" पर जोर दिया गया। बच्चों को सिखाया गया कि शरीर को फिट और कीटाणु मुक्त रखने के लिए रोजाना नहाना बहुत जरूरी है और स्कैल्प और बालों को नमीयुक्त रखने और पीएच संतुलन बनाए रखने के लिए बालों में कंघी करना भी बहुत जरूरी है। चौथे दिन "पीने ​​के पानी" के महत्व पर प्रकाश डाला गया। बच्चों को समझाया गया कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और रक्त के संचार में मदद करता है।  स्वच्छता सप्ताह के अंतिम दिन 5वें दिन छात्रों को नैपकिन के उपयोग के बारे में बताया गया।

शिक्षिकाओं ने नन्हे-मुन्नों को दिखाया कि भोजन करते समय, खाने के बाद मुंह पोंछने के लिए, खांसते और छींकते समय मुंह को ढकने के लिए नैपकिन का  उपयोग कैसे किया जाता है।  एक सफल स्कूल वह है जो स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है और युवा शिक्षार्थियों को भी यही सिखाता है। इस स्वच्छता सप्ताह के  पूरे सप्ताह शिक्षकाओ और छात्रों की सहज भागीदारी ने आभासी उत्सव को एक बड़ी सफलता बना दिया।