निजी स्कूल को फीस नहीं बढ़ाने की सीएम ने किया अनुरोध
न्यूज भारत, कोलकाता: कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार जुलाई में भी राज्य के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री ने स्वयं निजी स्कूलों से फीस नहीं बढ़ाने की अपील भी मुख्यमंत्री ने की थी। उक्त बातें राज्य शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी स्कूलों को लिखित आदेश दिया है, कि वे आपदा के इस दौर में फीस नहीं बढ़ाएं, परंतु बावजूद इसके कई जगहों से हमें शिकायतें मिल रही है, कि अभिभावकों पर पुराना फीस देने का दबाव बनाया जा रहा है। हम पुन: उन सभी स्कूलों से एक बार फिर अनुरोध करेंगे कि इस वर्ष फीस नहीं बढ़ाया जाए। जिन स्कूलों ने फीस बढ़ाया है, वे उसे वापस ले। जुलाई में दो दिन स्कूल बंद रहेगें इसकी भनक दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकेत दिया था, कि जुलाई में भी स्कूलों बंद रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, उस तरफ सभी को ध्यान देना होगा। हमने 30 जून तक तो स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है, मुझे लगता है कि वह जुलाई तक भी जा सकता है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निजी स्कूलों से अनुरोध किया था कि कृपया स्कूल फीस को इस वर्ष मत बढ़ाएं।
सिलीगुड़ी में फीस की बढ़ोत्तरी पर प्रबंधन व गार्जीयन आमने-सामने
मालूम हो कि सिलीगुड़ी के कुछ स्कूलों फीस कम करने की मांग और अन्य मांगों को लेकर गार्जीयन फोरम ने अपनी मांगों के सर्मथन में एक ज्ञापन एसडीओ को सौंपा था। उसके बाद सीबीएसबी बोर्ड की की संस्था सहोदय ने भी अपनी मांगों के संबंध में एक ज्ञापन स्कूलों के प्रबंधकों ने एसडीओ को सौंपा था।
विवि के वीसी ने अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा पर सरकार को प्रस्ताव सौंपा
शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने यह भी बताया कि राज्य के सभी उच्चशिक्षा के लिए सूबे के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने कोविड-19 देखते हुए अंतिम सेमेस्टर परीक्षा आयोजित करने के तौर-तरीकों पर एक प्रस्ताव राज्य सरकार को पेश किया है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अंतिम फैसला लेंगी। चटर्जी ने कहा कि सभी हितधारकों की राय है कि छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है। शिक्षामंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग आगे इस विषय पर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए एक एडवाइजरी जारी करेगा, लेकिन यह उनकी अकादमिक स्वायत्तता में हस्तक्षेप नहीं करेगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालय बंगाल के बाहर उच्च शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी संपर्क में हैं, ताकि उन्हें इस बात का अंदाजा हो सके कि वे किस तरह से वर्ष के लिए अपनी शैक्षणिक गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। इस बीच, कोलकत्ता विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि बी टेक और एम टेक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाएगी, जिसमें परियोजनाओं का मूल्यांकन और अंतिम-सेमेस्टर साक्षात्कार शामिल हैं।