संडे स्पेशल
मौत की खबर को संवेदना की जगह लाईक करने से नहीं चूकते हैं लोग
भेड़चाल में लाईक कर आगे बढ़ने की लगी है पढ़े लिखें दोस्तों की होड़
लाईक की जगह कमेंट कर उसकी आत्मा की शांति देने की करें कामना
अमेरिका को पछ़ाड़ भारत पहले नबंर पर, हर तीसरा व्यक्ति फेसबुक का यूजर
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
संचार के इस दौर में सोशल मीडिया ने संदेशों का जहां सर्वसुलभ बनाया है, लेकिन समय की होड़ और पहले लाईक करने की आदत ने देश के सभी पढ़े-लिखे लोगों को संवेदनाओं से बेपरवाह कर दिया। इसकी एक बानगी आज दौर का फेसबुक है। दुनियां के फेसबुक यूजर (उपयोगकार्ता) के आंकड़ों की बात करें तो भारत सबसे अव्वल है। वहीं तकरीबन हर फेसबुक यूजर पढ़ लिखा है। बावजूद इसके आगे बढ़ने की होशियारी सलामत नहीं है। सबसे दुखद बात यह है कि अति संवेदनशील सूचनाओं को भी 'लाईक' कर दे रहे हैं। इसके भुक्तभेगी आज के दौर में मेरे मित्र फेसबुक यूजर हैं। इसलिए इन यारों की पसंद से तौबा कर रहा हूं। मालूम हो कि न्यूज भारत में 11 अगस्त 20 को राहत इंदौरी के मौत को सिर्फ 3 लोगों ने कमेंट किया जबकि 10 लोगों ने लाईक और इमोजी का प्रयोग किया। यूपी के मंत्री चेतन चौहान के मौत की खबर को दो कमेंट पांच लाईक, 17 अगस्त को बिन्नागुड़ी में हाथी के मौत की खबर को 6 लाईक मिला। जबकि 17 को ही कर्सियांग में पांच युवकों की हदसे मं मौत की खबर को 12 इमोजी व लाईक व 2 शेयर मिले। जबकि 18 अगस्त को महान शस्त्रीय संगीत के पंडिज जसराज की मौत को 14 लाईक व इमोजी के साथ पांच कमेंट मिला। वहीं 22 अगस्त20 की खबर पार्किंग विवाद में चली गोली, उजड़ा सुहाग को 9 इमोजी व लाईक मिला। जबकि सिलीगुड़ी के एक व्यापारी के मां के मौत खबर की सूचना पर 173 लाईक व इमोजी व 4 शेयर के साथ 358 कमेंट मिला, जबकि उन्हीं के फोटों को 89 लाईक व इमोजी के साथ 53 कमेंट मिला। एक बात तो तय मानिए बड़ी जल्दबाजी है, दूसरा यह कि किसी को आपकों को गहराई से जानने समझने में दिलचस्पी नहीं है। जो कुछ है आपके समक्ष अपनी मौजूदगी दर्ज करने की हसरत भर, के साथ खैरख्वाह दिखने की भर! एक बात सत्य है कि अगर कोई संदेश पढ़ता, तब तो संवेदनाएं, अभिव्यक्त होती!
भारत में महिला-पुरूष के आंकड़े
आज भारत वर्ष 2019 से पहले दूसरे नबंर पर था, लेकिन अब अमेरिका को पछाड़ कर दुनियां का सबसे अधिक फेसबुक यूज करने वाला देश बन गया है। अगर हम आंकड़ों की बात करें तो भारत में 0 से 17 वर्ष के बीच में 8 प्रतिशत युवा व 2.6 युवतियां फेसबुक यूजर हैं। इसी प्रकार 18 से 24 वर्ष के बीच में 34 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक युवा हैं, जबकि युवतियों की संख्या 11.6 प्रतिशत के बीच है। इसी प्रकार 25 से 35 19.8 प्रतिशत पुरूष व 5.8 प्रतिशत के साथ महिलाएं फेसबुक यूज करती हैं। 35 से 44 वर्ष के बीच 5 प्रतिशत पुरूष व 1.46 प्रतिशत महिलएं भागीदार हैं। 45 से 54 वर्ष के बीच 1.7 प्रतिशत पुरूष व 0.56 प्रतिशत महिलाएं हैं। परंतु अब धीरे -धीरे 55 सेअधिक उम्र के लोगों में भी तेजी से फेसबुक उपयोग करने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जबकि भारत में जहां 71 प्रतिशत पुरूष फेसबुक यूजर है, वहीं देश की आधी आबादी महिलाओं की भागीदारी भी 29 प्रतिशत के पुरूषों के समान खड़ी हैं। दुनियाभर में लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक 17वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इसके यूजरों की संख्या बढ़कर करीब 250 करोड़ हो गए हैं। आज हर तीन में से एक शख्स फेसबुक पर है। चार फरवरी 2004 में शुरू हुए इस डिजिटल मंच में अब तक कई बदलाव आ चुके हैं। फेसबुक पर आज आप ज्यादा से ज्यादा दोस्त बना सकते हैं। इससे उन्हें मैसेज और कॉल कर सकते हैं। साथ ही फोटो भी शेयर कर सकते हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए इस सोशल नेटवर्किंग साइट ने एक लंबा सफर तय किया है। शुरुआत में फेसबुक के लाइक बटन का नाम ‘ऑसम’ रखा गया था। इसे अब ‘लाइक’ बटन के नाम से जाना जाता है। अगर किसी फेसबुक यूजर की मौत हो जाती है, तो उसका परिवार फेसबुक को रिपोर्ट करके उसकी प्रोफाइल को ‘मेमॉरीअलाइज्ड अकाउंट’ के रूप में बदलवा सकता है। कुछ समय पहले फेसबुक ने मोबाइल रिचार्ज करने का विकल्प भी शुरू किया। इसके अलावा गेमिंग और जॉब सर्च की सुविधा भी फेसबुक ने यूजर्स को देनी शुरू की है।
भारत बना सर्वाधिक यूजर वाला देश
दुनियाभर में फेसबुक के करीब 250 करोड़ यूजर हैं। इस हिसाब से दुनिया में हर तीन में से एक शख्स इस नेटवर्किंग साइट पर है। सबसे ज्यादा फेसबुक यूजर भारत में ही हैं। यहां इसके 26 करोड़ यूजर हैं। इस क्रम में उसने 2019 में अमेरिका को पछाड़ दिया था।
रोचक तथ्य:
-सिर्फ चार देशों की आबादी के बराबर भारत में फेसबुक यूजर से अधिक।
-साइट पर रोजाना करीब 10 हजार करोड़ मैसेज लिखे जाते हैं।
-रोज करीब 100 करोड़ किस्से-कहानियां साझा की जा रहीं।
-फेसबुक पर हर मिनट में 10 लाख लोग लॉग इन करते हैं।
-दुनिया के 70 से ज्यादा शहरों में फेसबुक का दफ्तर।