अहिंसा, करुणा और सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित करतें है भगवान महावीर: राजू बिष्‍ट

सिलीगुड़ी में धूमधाम से मनाई गई भगवान महावीर स्वामी की जन्म जयंती
 
एनई न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी 
जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2624वां जन्म  कल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया । सिलीगुड़ी नगरी की अगर बात करें तो हर वर्ष की तरह समग्र जैन समाज  के श्रावकों  ने इस त्यौहार को श्रद्धा के साथ मनाया गया।
बारिश की हलकी फुहारें भले ही मौसम को ठंडा कर रही थीं, लेकिन लोगों के जोश और श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई।  भगवान महावीर स्वामी  के जन्म जयंती के इस पावन अवसर पर सुबह से ही हर आयु वर्ग के लोग–छोटे बच्चे, युवा, महिलाएं और बुज़ुर्ग  पारंपरिक वेशभूषा में सजे, पूरे मन से कार्यक्रम में शामिल हुए। जगह-जगह भजन, जुलूस और प्रभात फेरियों की गूंज सुनाई दे रही थी, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः दिगंबर जैन मंदिर में भगवान महावीर स्वामी के  अभिषेक एवं शांति धारा के साथ शुरू हुई और उसके पश्चात तेरापंथ भवन के सामने समणी के  मंगल पाठ  के पश्चात जैन ध्वजारोहण  किया गया। भगवान महावीर से साक्षात्कार कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथि भी पधारे जिसमें नक्सलबाड़ी में कार्यरत सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर आईपीएस नेहा जैन एवं शहर के प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डॉक्टर मलय चक्रवर्ती ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करायी ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में दार्जिलिंग  सांसद राजू  बिष्ट और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष भी मौजूद थे।  विशिष्ट अतिथियों ने  न केवल अपनी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई, बल्कि भगवान महावीर के सिद्धांतों और उनके संदेशों पर प्रकाश डालते हुए लोगों को अहिंसा, करुणा और सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया। भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति के द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह ,साहित्य एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मंच  में  मौजूद समणी  निर्देशिका जिनप्रज्ञा एवं समणी क्षांतिप्रज्ञा ने अपने संबोधन में बताया कि आज के इस युग में हमे भगवान महावीर स्वामी के सिद्धांतों पर चलने की बहुत जरूरत है क्यूंकि उनके सिद्धांतों  को अपने जीवन में अपना कर ही हम अपने साथ साथ सम्पूर्ण मानव जाति का कल्याण कर सकते है।
आज के आयोजन स्थल  तेरापंथ भवन सोमानी मिल सिलीगुड़ी  में ब्लड डोनेशन कैंप और स्वास्थ जांच शिवर भी लगाया गया था और उसके अलावा  ज़रूरतमंदों के लिए विशेष भोजन सेवा की व्यवस्था की गई। जहाँ सैकड़ों लोगों को प्रेमपूर्वक भोजन कराया गया। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं था। बल्कि इंसानियत और सेवा का एक जीवंत उदाहरण भी था।संध्या के संस्कृतिक कार्यक्रम एक शाम महावीर के नाम में जैन भजन गायिका श्रीमती  मीनाक्षी भूतोडिया ने सभी  श्रोताओं को मंत्र मुग्ध करते हुए भगवान महावीर स्वामी के रंग में रंग  दिया। बारिश आई पर रुका कोई नहीं–आस्था की यह बूँदें सब पर एक जैसी बरसीं। आज का भगवान महावीर जन्म कल्याणक एक यादगार दिन बन गया, जो न केवल दिलों को जोड़ेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा देगा।
 
महावीर जन्म कल्याण महोत्सव में शामिल हुए सांसद राजू बिष्‍ट 
सिलीगुड़ी में आयोजित महावीर जन्म कल्याण महोत्सव में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की 2623वीं जयंती पर उपस्थित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। भगवान महावीर ने सिखाया कि आध्यात्मिक मुक्ति या मोक्ष का मार्ग चार प्रमुख सिद्धांतों के अभ्यास से मिलता है। इन सिद्धांतों में विचार, वचन और कर्म में अहिंसा; सत्य और निष्ठा के साथ जीना; मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए भौतिक संपत्ति का त्याग करना और अपनी इच्छाओं और कार्यों में आत्म-अनुशासन बनाए रखना शामिल है। महावीर जन्म कल्याण महोत्सव न केवल भगवान महावीर के जन्म का जश्न मनाता है बल्कि अनुयायियों को उनकी शिक्षाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है। यह अधिक सचेत, शांतिपूर्ण और दूसरों के प्रति दयालुता से जीने की याद दिलाता है। मैं भगवान महावीर जन्म कल्याण महोत्सव समिति, सिलीगुड़ी को मुझे आमंत्रित करने और मुझे इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनने की अनुमति देने के लिए धन्यवाद देता हूं।