कर्सियांग के सड़क हादसे के युवक का शव पहुंचा बाबुपाड़ा क्लब
फुटबाल व जर्सी से क्लब के मैदान में दी गर्इ भावभीनी श्रद्धांजली
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
“राज” की मौत एक “राज” बनकर रह गइ। मां के सपनों की डोर टूट गर्इ, बहन के राखी बांधने वाले हाथ की कलार्इ छूट गर्इ। एक हासदे ने पांच घरों के परिवारों की दुनियां उजाड़ दी। अब मां बहन हिस्से में अगर कुछ मिला तो दर्द आर कभी न लौटकर आने वाले बेटे राज का इंतजार। सिलीगुड़ी की पास कालोनी बाबुपाड़ा निवासी राज सिंहां की मौत ने जहां परिवार को झंकझोर दिया। वहीं बाबुपाड़ा ब्वायज क्लब के लोग भी दुखी थे। इसी क्लब से 19 वर्षीय राज फुटबाल खोलता था। इस क्लब ने भी राज की मौत के मौत का मातम इस मैदान में देखने को मिला। गुलजार के शायराना अंदाज से राज ने अपने मौत सूचना क्लब को दिया, कि
“बेबस निगाहों में है तबाही का मंज़र, और टपकते अश्क की हर बूंद वफ़ा का इज़हार करती है।
डूबा है दिल में बेवफाई का खंजर, लम्हा-ए-बेकसी में तसावुर की दुनिया मौत का दीदार करती है।
ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की… और कहना, के कफ़न की ख्वाहिश में, मेरी लाश उनके आने का इंतज़ार करती है।”
मालूम हो कि शनिवार स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सिलीगुड़ी थाना क्षेत्र के बाबुपाड़ा निवासी 19 वर्षीय राज सिंहा के साथ रथ खोला निवासी विक्रम दास (21), सुब्रत दास (20), ऋषभ दास (17) और अभ्रनील कुंडु (21) पिकनिक मनाने कर्सियांग निकले। रात को करीब साढ़े नौ बजे पांचों युवक स्वीभफ्ट कार से कर्सियांग घूमने निकल गए। रात करीब 12 बजे सभी युवक आसपास कार्सियांग से वापस आते समय उनकी कार रोहनी के पास कारगील डाडा के पास पहाड़ से करीब 300 फीट गहरी खाई में गिर गई। इससे पहले परिवार वालों के अनुसार उस रात के करीब 12 बजे उनकी फोन पर युवकों से आखिरी बार बात हुई थी। रविवार को भी कार सहित पांचों का कोई पता नहीं चलने पर विक्रम और सुब्रत के परिवार वालों ने सिलीगुड़ी थाने मे गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस इनकी तलाश मे जुटी। सोशल मीडिया और मोबाइल लोकेशन के आधार पर सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने कर्सियांग थाना पुलिस से संपर्क साधा। इसके बाद पांचो की तलाश कर्सियांग के पहाड़ियों मे शुरू हुई। फिर कर्सियांग के कारगिल ड़ांड़ा के समीप दुर्घटना की सूचना मिली। रविवार को वर्षा होने के कारण रेस्कड़यू में परेशानी होने लगी । लेकिन सोमवार को सभी के शव को बरामद कर पोस्टणमार्टम के लिए भेज दिया। कर्सियांग से पोस्टर्माटम के बाद मंगलवार को राज का शव बाबुपाड़ा ब्वायज क्लब के मैदान में शाम को पहुंचा। जहां क्लब के सदस्यों ने राज को जर्सी व फुटबाल के साथ उसे अंतिम विदार्इ दी। शव आने के बाद सबकी आंखों से आंसू निकल रहे थे। कारण कि क्लब का एक होनहार फुटबाल खिलाड़ी उन्हे छोड़ कर चला गया।