आकाश में सिंहनाद, देश में जश्न, पड़ोस में मातम

अंबाला एयरबेस पर रफाल की सफल लैंडिंग पर पूरे देश में जश्न का महौल

उत्तर प्रदेश को मिली एक आर इतराने की वजह, पांच पार्इलटों में एक बलिया का

नापाक पाक को एक साथ कर्इ जख्म मिला, चालाबाज चीन के लिए भी खतरें की घंटी

पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी

बुधवार का दिन देश के वायु सेना के इतिहास में एक स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया। काफी लंबें अतंराल के बाद दुनियां के सबसे सुपरसोनिक लडाकू विमानों की श्रंखाला में देश की वायु सेना को एक अचूक फार्इटर मिलने के बाद रक्षा के क्षेत्र में एक महारथ हासिल करते हुए दोपहर के बाद 3.10 बजे अंबाला के एयरबेस पर हैप्पी लैडिंग कर लिया। रफाल जैसे ही भारत की सीमा में प्रवेश किया तो जो सागर की गहरार्इयों से आसामन के योद्धा का स्वागत किया। “आप आसमान की उंचार्इयों को छूए, हमें विश्वास है कि आपके रहते हमारे देश की समुद्र की सीमाएं सुरक्षित है। भारत की धारती पर आपका स्वागत  “एरोलीडर डेल्टा 63, हैप्पी लैडिंग” यह बातचीत आर्इएनएस व रफाल पर हुर्इ बातचीत का आडियो पर बातचीत है” आज जैसे ही रफाल भारत की अबो हवा को सलाम किया, आकाश में हो रहे सिंहनाद से पूरा देश जश्न में डूब गया। लेकिन पड़ोसी पाकिस्तान की छाती पर एक साथ दो जख्म दे दिया। पहला 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास तो दूसरा रफाल। वहीं नापाक पाक के साथ चालबाज चीन के घर में मातमी सन्नाटा पसर गया होगा।  भारत के राफेल के मुकाबले का चीन के पास कोई विमान नहीं है। राफेल ने कई मोर्चों पर खुद की श्रेष्ठता साबित की है, जबकि अभी तक चीन के विमानों का किसी भी मुकाबले में परीक्षण नहीं हुआ है, वहीं राफेल ने खुद को लीबिया, इराक और सीरिया के संघर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। चीन हमेशा से ही तकनीक चुराने में माहिर रहा है। उसके विमान रूसी विमानों की सस्ती नकल हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि वह इनकी कितनी नकल कर पाया है। अंबाला में विमानों को एयरबेस पर उतरने के बाद वाटर सैल्यू ट देकर स्वानगत किया गया। इस मौके पर वायुसेना अध्यंक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया सहित वायुसेना के प्रमुख अधिकारी मौजूद हैं। लैंडिंग से पहले इन विमानों ने अंबाला एयरबेस की परिक्रमा की। अंबाला में धूप निकल आई है। ऐसे में लैंडिग में कोई समस्याक नहीं रही।  रक्षामंत्री राजनाथ सिंह‍ ने राफेल की लैंडिंग के बाद खुशी जाहिर की। उन्हों ने कहा कि इससे भारतीय वायुसेना और शक्तिशाली हो गई है। भारत के दुश्मोनों को अब सावधान हो जाना चाहिए। अंबाला एयरबेस पर लैंडिंग के बाद पांचों राफेल सुपरसोनिक विमानों को वाटर सैल्यू ट दिया गया।  

संस्कृत से पीएम ने किया स्वागत

पांच राफेल (Rafale) विमानों का पहला जत्था फ्रांस से बुधवार को भारत पहुंच गया। सभी विमान सोमवार को फ्रांस से रवाना हुए थे। देश में राफेल विमानों के पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत के श्लोक से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने संस्कृत में ट्वीट कर कहा, 'राष्ट्र रक्षासमं पुण्यं, राष्ट्र रक्षासमं व्रतम्, राष्ट्र रक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च... नैव च... नभः स्पृशं दीप्तम्...स्वागतम्!' इस स्लोटक का अर्थ है... राष्ट्र रक्षा से बढ़कर ना कोई पुण्य है, न कोई व्रत, ना ही कोई यज्ञ है, आकाश के दीप्तिहमान स्वासगत है।

फ्रांस से रफाल लेकर उड़ा बागी बलिया का मनीष

फ्रांस से रफाल के आने पर उत्तर प्रदेश के बीरों की धरती बागी बलिया को एक आर इतराने की वजह मिल गर्इ। मिली जानकारी के अनुसार बलिया जिले केबांसडीह तहसील के छोटे से गांव बंकवा निवासी पूर्व सैनिक मदन सिंह का बेटा भी रफाल टीम का हिस्सा बना है। जिसको लेकर गांव में काफी उत्साह है। मनीष के छोटे भार्इ ने  अनीशासिंह ने बताया कि मनीष सैनिक स्कूल कुंजपुरा हरियाणा से शिक्षा ग्रहण करने के बाद एनडीए के बाद  बतौर फ्लार्इट लेफ्टीनेंट वायु सेना में 2003 में शामिल हुए। वह गोरखपुर एयरबेस पर भी रह चुके हैं। फिलहाल बतौर बिंग कमांडर वे ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भेजा गया था, जो रफाल लाने वाले टीम का हिस्सा बने।