चालबाज चीन को दम, घायलों के जख्म पर मरहम

दुनिया की कोई ताकत नहीं छीन सकती एक भी इंच जमीनः राजनाथ सिंह

पहुंचे श्रीनगर, सीमाओं की करेगें समीक्षा और अग्रिम चौकियों का निरिक्षण  

न्यूज भारत, नर्इ दिल्लीः गलवाल के बलवानों के पराक्रम की धूम भारत समेत पूरी दुनियां में गूंज रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री अचानक गलवान पहुंच कर वहां के बलवानों को के शौर्य को सलाम करते हुए चालबाज चीन को सख्त संदेश दिया। इसीक्रम में शुक्रवार को देश के रक्षा मंत्री राजनाथ दो दिवसीय दौरे पर सुबह लद्दाख पहुंचे। एक तरफ जहां बंदूक उठाकर चीन को साफ शब्दों में संदेश दिया। वहीं गलवान में घायल जवानों के जख्म पर मलहम लगाकर उनके शौर्य को सलाम किया। पेंगाग झील पर जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी ने हमारे स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश की तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। मालूम हो कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव के बाद चीन के पीछे हटते कदमों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी मौजूद थे। तीनों ने सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और एलएसी पर सुरक्षा हालात का जायजा लिया। वहीं लद्दाख में रक्षा मंत्री ने लुकुंग चौकी पर जाकर भारतीय सेना के जवानों एवं अधिकारियों से बातचीत करते हुए जवानों का हौसला बढ़ाया।

चीन को दिखाया मशीनगन

लेह में रक्षा मंत्री ने मशीन गन तानकर चालबाज चीन को सख्त चेतावनी दी। राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख के गलवन वैली में चीनी सैनिकों के साथ हुई खूनी झड़प में घायल हुए जवानों से मुलाकात की। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने लेह के स्टाकना पहुंचे। जहां  रक्षा मंत्री की मौजूदगी में भारतीय सेना के टी -90 टैंक और बीएमपी पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों ने अभ्यास करते हुए अपने पराक्रम से अवगत कराया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहें है। उम्मीद है कि मामला हल होगा,  लेकिन कहां तक हल होगा इसकी अभी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं। मैं इतना यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई भी ताकत भारत से छीन सकती।

शहादत को देश रखेगा याद

घायल जवानों से मिलने के बाद रक्षामंत्री ने कहा, आपसे मिलकर मुझे खुशी हो रही है परंतु मन में एक पीड़ा भी है, हाल ही में भारत और चीन के  सैनिकों के बीच जो भी कुछ हुआ, उसमें हमारे कुछ जवानों ने अपना बलिदान देते हए अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए शाहीद हो गए। एक तरफ उन्हें खोने का गम है तो दूसरी तरफ आपसे मिलने की खुशी है, मैं उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके इस शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख के बाद जम्मू-कश्मीर के दौरे पर श्रीनगर पहुंच गए हैं। वह सीमाओं पर स्थिति की समीक्षा करेंगे और जम्मू-कश्मीर में भी अग्रिम चौकियों का दौरा करेंगे।