• हयबरगाँव स्टेशन का भव्य कायाकल्प: आधुनिकता और सांस्कृतिक विरासत का मेल
• अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूर्वोत्तर रेलवे में तीव्र प्रगति
एनई न्यूज भारत,मालीगांव|21मई: पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अधीन असम के नगांव जिले में स्थित हयबरगाँव रेलवे स्टेशन अब एक नए रूप में यात्रियों का स्वागत करने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई, 2025 को वर्चुअल माध्यम से इसका उद्घाटन करेंगे, जो अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के अंतर्गत देशभर में पुनर्विकसित किए गए 103 रेलवे स्टेशनों में शामिल है।
1887 में स्थापित यह ऐतिहासिक स्टेशन अब आधुनिकता और सांस्कृतिक विरासत का सुंदर समन्वय बन गया है। पू. सी. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और मीडिया प्रतिनिधियों ने 20 मई को स्टेशन का निरीक्षण किया और यात्रियों से बातचीत की। यात्रियों और स्थानीय लोगों ने नई सुविधाओं को देख कर प्रशंसा व्यक्त की। बुजुर्गों ने स्टेशन की पुरानी छवि को याद करते हुए वर्तमान बदलावों को "चमत्कारी" बताया।
गुवाहाटी निवासी शाहिल कुमार राय, जो महामृत्युंजय मंदिर के दर्शन के लिए आए थे, ने कहा, "अब यह स्टेशन किसी हवाई अड्डे से कम नहीं लगता। भव्य प्रवेश द्वार, सुव्यवस्थित पार्किंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, स्वच्छ शौचालय, रैंप और टिकट काउंटर यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।"
नया हयबरगाँव स्टेशन न केवल सुविधाजनक है, बल्कि असमिया संस्कृति से भी भरपूर है। स्टेशन परिसर में भित्ति चित्रों और थीम-आधारित मूर्तियों के माध्यम से क्षेत्रीय कला और विरासत को दर्शाया गया है, जो यात्रियों को एक विशेष सांस्कृतिक अनुभव भी प्रदान करते हैं।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अनुसार, एबीएसएस के तहत असम के 50 स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य जारी है, जिससे राज्य की रेलवे कनेक्टिविटी एक नए युग में प्रवेश कर रही है। यात्रियों के लिए यह न केवल यात्रा का माध्यम, बल्कि गर्व का प्रतीक बन रहा है।