भाजपा सांसद रवि किशन को मिलेगा "संसद रत्न पुरस्कार 2025"

• जनप्रतिनिधि के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिली राष्ट्रीय मान्यता

• संसद में प्रभावशाली उपस्थिति और जनहित के मुद्दों पर सक्रियता बनी सम्मान का आधार

   आकाश शुक्ल 

एनई न्यूज भारत,नई दिल्ली|18 मई : भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता और गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रवि किशन को "संसदीय लोकतंत्र में उत्कृष्ट और निरंतर योगदान" के लिए प्रतिष्ठित संसद रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें आगामी जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाले 15वें संसद रत्न पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।

इस गौरवपूर्ण सम्मान को लेकर रवि किशन ने प्रसन्नता व्यक्त की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा गोरखपुर की जनता के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा, "यह पुरस्कार मेरे लिए नहीं, बल्कि गोरखपुर की जनता की जीत है, जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताकर सेवा का अवसर दिया। यह सम्मान मेरे कर्तव्यों को और बेहतर तरीके से निभाने की प्रेरणा देगा।"

रवि किशन संसद में अपनी नियमित उपस्थिति, प्रभावशाली बहसों और जनहित से जुड़े मुद्दों को प्रभावशाली तरीके से उठाने के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने शिक्षा, युवा रोजगार, फिल्म उद्योग, सीमा सुरक्षा और पूर्वांचल के विकास जैसे विषयों पर कई बार मजबूती से अपनी बात रखी है। उनकी इस सक्रियता और प्रतिबद्धता को संसद रत्न पुरस्कार के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है।

संसद रत्न पुरस्कार की शुरुआत 2010 में प्राइम पॉइंट फाउंडेशन और ई-मैगजीन ‘प्रीसेंस’ द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सुझाव पर की गई थी। डॉ. कलाम ने ही मई 2010 में चेन्नई में आयोजित पहले पुरस्कार समारोह का उद्घाटन किया था। तब से अब तक 14 संस्करणों में कुल 125 सांसदों और समितियों को यह सम्मान दिया जा चुका है।

यह पुरस्कार पूरी तरह से सांसदों के आधिकारिक कार्य निष्पादन पर आधारित होता है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के आँकड़ों तथा पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के डेटा को ध्यान में रखा जाता है। सांसद द्वारा की गई बहसों की संख्या, पूछे गए प्रश्न और प्रस्तुत किए गए निजी विधेयक जैसे मानकों को नामांकन के लिए आधार बनाया जाता है।

इस वर्ष संसद रत्न पुरस्कार के लिए लोकसभा और राज्यसभा के कुल 17 सांसदों और दो स्थायी समितियों को नामांकित किया गया है। इसके अतिरिक्त चार विशिष्ट जनप्रतिनिधियों को 'विशेष उत्कृष्टता' श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।

रवि किशन को मिला यह पुरस्कार न केवल उनके संसदीय जीवन की उपलब्धियों की स्वीकृति है, बल्कि यह पूरे गोरखपुर और देश के उत्तर प्रदेश क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। यह सम्मान उन जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणा है, जो लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए कर्तव्यनिष्ठा से कार्य कर रहे हैं।