• 8वें गीतांजलि आम महोत्सव में 300 से अधिक आम प्रजातियां होंगी शामिल
• बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव को निखरेगा गीतांजलि आम महोत्सव
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--- आकाश शुक्ल
एनई न्यूज भारत,सिलीगुड़ी | 14 मई : आम, जिसे भारत का राष्ट्रीय फल कहा जाता है और जिसे "फलों का राजा" कहा जाता है, अब एक बार फिर अपनी पूरी शान और सांस्कृतिक विरासत के साथ सिलीगुड़ी में रंग बिखेरने को तैयार है। 8वां गीतांजलि आम महोत्सव 6, 7 और 8 जून 2025 को सिटी सेंटर, सिलीगुड़ी में आयोजित किया जाएगा।
यह महोत्सव न केवल आम की विभिन्न किस्मों का प्रदर्शन करेगा, बल्कि बंगाल की ऐतिहासिक व्यापार परंपरा, हस्तशिल्प, हथकरघा और सांस्कृतिक समृद्धि को भी उजागर करेगा। बंगाल में आज भी 300 से अधिक किस्मों के आम उगाए जाते हैं, और इस फल का इतिहास प्रदेश की नदियों, व्यापारिक मार्गों और सांस्कृतिक ताने-बाने से गहराई से जुड़ा है।
ब्रिटिश उपनिवेश काल में बाधित हुए पारंपरिक व्यापार और शिल्प को फिर से जीवंत करने की दिशा में यह महोत्सव एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस बार, भारत और एशिया के अन्य आम उत्पादक राज्यों की भागीदारी से महोत्सव को और व्यापक स्वरूप मिलेगा, जिसमें वे अपनी आम की किस्मों, परंपरागत विरासत और पर्यटन की संभावनाओं को प्रस्तुत करेंगे।
मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं:
• आम उत्पादक किसान और उनके विविध किस्मों के आम
• आम से बने व्यंजन और उत्पाद
• पारंपरिक हस्तशिल्प और हथकरघा वस्त्र
• सांस्कृतिक प्रदर्शनी और मंच प्रस्तुतियां
• पर्यटन प्रचार, विशेषज्ञ वार्ता और जागरूकता सत्र
इस महोत्सव की एक विशेषता यह भी है कि इसका आयोजन मुख्य रूप से एमसीसी स्कूल द्वारा किया जाता है, जिसमें कई शैक्षणिक संस्थान भी सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। छात्र-छात्राएं प्रदर्शनी, प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं के माध्यम से न केवल अपनी संस्कृति से जुड़ते हैं, बल्कि कृषि और विरासत आधारित करियर के लिए भी प्रेरित होते हैं।
आम की अनुपम विरासत और बंगाल की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने के लिए इस महोत्सव का हिस्सा बनिए।