इस व्यवसायिक युग में लोक परम्परा को संरक्षित रखना एक चुनौती : डॉ संजयन
एनई न्यूज भारत, गोरखपुर
इस व्यवसायिक युग में अपनी लोक परम्परा को संरक्षित करना निश्चित ही एक चुनौती भरा कार्य है इस चुनौती को डॉ राकेश श्रीवास्तव ने स्वीकार कर अपनी संस्कृति से युवा पीढ़ी को जोड़ने का कार्य कर रहे है इसके लिये मैं उन्हें बधाई देता हूँ।यह बातें भोजपुरी एसोसियेशन ऑफ़ इंडिया “भाई” एवं गो विवि के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय पारंपरिक होली गीत कार्यशाला रंग बरसे ….. के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि डॉ संजयन त्रिपाठी ने कही । इस अवसर पर प्रो अजय शुक्ला , विभागाध्यक्ष अंग्रेज़ी विभाग दीन दयाल उपाध्याय गो वि वि ने कहा कि इस कार्यशाला में अंग्रेज़ी विभाग के विद्यार्थी अधिक है जो भोजपुरी गीतों के बारे में बिल्कुल नहीं जान रहे है फिर भी बड़े ही उत्साह से होली गीतों को सीख रहे हैं ये उनके अपने संस्कृति एवं परंपरा के प्रति लगाव ही हैं
आज कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यार्थियों ने होली का प्रकार उलारा “ खेले मसाने में होली दिगंबर खेले मसाने में होली ….पूरे सुर और लय के साथ बड़े ही मनोयोग से सीखा। आज दूसरे दिन 58 प्रतिभागियों ने भाग लिया , ढोलक पर पवन ने संगत किया । कार्यक्रम का संचालन शिवेंद्र पांडेय ने किया । इस अवसर पर भाई के कनक हरि अग्रवाल , राकेश मोहन उपस्थित रहे।