साइबर फ्राड की जड़े सिलीगुड़ी में है मजबूत

एनई न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी से साईबर फ्राड में कदम रखने वाले सीए अभिषेक बंसल ने अंर्तराष्‍ट्रीय स्‍तर पर सक्रिय होकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना बन गया और वह अपना कारोबार दुबई से आपरेट करता था। अभिषेक बंसल के इस कारोबार से पता चलता है कि सिलीगुड़ी के आसपास के क्षेत्रों में साइबर फ्राड की जड़े काफी मजबूत है। क्‍योंकि साइबर फ्राड के शिकार हुए लोगों के मामले की जांच सही से नहीं होने के कारण आज भी लोग अपनी गाढ़ी कमाई लुटाकर खामोश बैठे हैं। जबकि वेस्ट बंगाल साइबर विंग और विधाननगर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने इस अंर्तराष्‍ट्रीय साइबर फ्राड का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना अभिषेक बंसल के साथ मंयक चौधरी और अमित जिंदल समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि अभिषेक बंसल शुरूआती दौर में खालापाड़ा के आरोग्‍य निकेतन नर्सिंग होम के सामने से कारोबार करता था, लेकिन पुलिस को भनक लगते ही वह अपना ठीकाना गंगानगर में बनाया था। हालांकि बोर्ड तो लगा था, लेकिन पुलिस की छापेमारी हुई तो खालपाड़ा वाले आफि‍स बोर्ड हटने के बाद लोगों को जानकारी हुई। इसछापेमारी के बाद फरार अभिषेक बंसलसाइबर फ्राड का किंग बनकर दुबई से अपने इस गोरखधंधे को आपरेट करने लगा था।

अभिषेक बंसल के खिलाफ पहला मामला माटीगाड़ा थाने में दर्ज

पुलिस सूत्रों की माने में साइबर ठगी का सरगना अभिषेक बंसल सिलीगुड़ी के प्रसिद्ध गल्‍ला बाजार खालपाड़ा का रहने वाला है। हालांकि चार्टेड एकांउट की पढ़ाई करने के बाद वह सीए के पेशे से नहीं जुड़कर साइबर अपराध के क्षेत्र में कदम रखा। हालांकि सइबर फ्राड के मामले में अभिषेक बंसल के खिलाफ माटीगाडा थाना में साइबर फ्राड का मामला दर्ज किया गया था। इसमें कुल 8 लोगों को नामजद किया गया था। जिसमें अभिषेक बंसल के साथ सुजीत अधिकारी, विजय कुमार महतो, रोहित सिंह, सैम मोहन, सोनू कुमार ठाकुर, संतोष महतोऔर अजीत महतो आरोपित थे।

सिलीगुड़ी में अंर्तराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का हुआ है खुलाशा

सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलटिन पुलिस ने 17 दिसंबर 22 को साइबर क्रिमिनलों से लेकर सट्टेबाजी की दुनिया के बेताज बादशाहों व फर्जीवाड़े के धंधे करने वाले ठगों के लिए आवश्यक नये-नये बैंक अकाउंट खोल देने वाले सिलीगुड़ी के एक फर्जी गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया था। पुलिस ने गिरोह के 3 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से विभिन्न बैंकों के करीब 2 हजार पास बुक, एटीएम व चेक बुक बरामद हुए हैं। गिरोह का मुख्य सरगना अभिषेक बंसल पुलिस की आंख में धूल झोंक कर फरार होने में कामयाब हो गया था और आज जमानत पर बाहर है, लेकिन मुकदमें की पैरवी के दौरान पेश होने पर सिलीगुड़ी पुलिस उससे पूछताछ कर सकती है।

सिलीगुड़ी साइबर थाने में दर्ज मामलों का नहीं हुआ खुलाशा

सिलीगुड़ी थाने की साईबर सेल से उचित जवाब नहीं मिला तो उपभोक्ता न्यायालय में बैंक के खिलाफ केस दायर किया है। इसी प्रकार 120/2023 में नितई चन्द्र घोष के खाते से 944590, 93/23 में सुरेश दरनाल के खाते से 906089 रुपये, उदय साह के खाते से 124/2023 में 1124217 रुपये की निकासी हुई है। जबकि सुकांत मजूमदार के 128/23 में 932000 रुपये ठगों ने उड़ाया है। इस तरह के सैकड़ों मामले सिलीगुड़ी साइबर सेल में दर्ज हुआ है और पुलिस ने किसी भी मामले का खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है।

ठगी के शिकार हुए लोगो पुलिस की जांच पर उठाया सवाल

लोगों की माने तो पुलिस की जांच पर सवाल उठाना लाजमी है। क्योंकि इस ठगी के शिकार हुए लोगों का मामना है कि साइबर सेल सिर्फ मामला दर्ज कर सभी फाइलों को बंद कर देता है। जिसके कारण लोग मजबूर होकर न्यायालय की शरण में जाते हैं। बैंक के सूत्रों की माने तो इस तरह के साइबर फ्राड को अगर खुलाशा करना हो तो इसके लिए पुलिस और बैंक दोनों को मिलकर काम करना होगा। क्योंकि फंड किसी ना किसी खाते में ट्रांसफर हुआ है और अगर इसकी जांच सही तरीके से हो तो अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। सूत्रों की माने इसमें सिलीगुड़ी के कुछ लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिसको लेकर ठगी के प्राथमिकी की फाइलें धूल फांक रही है।

कोलकाता पुलिस की गिरफ्त में साईबर ठगों की अंर्तराष्‍ट्रीय टीम