महिला जवान पर जानलेवा हमला

 

• भारत बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पशु तस्करी को किया नाकाम

•आत्मरक्षा में किया फायर तस्कर को खदेड़ा और तस्करों के चंगुल से 1 गाय व 8 भैंसे को बचाया 

एनई न्यूज भारत,नदिया/मालदा- दिनांक 08 अगस्त 2024: पश्चिम बंगाल में तैनात बीएसएफ ने दक्षिण बंगाल के सीमा क्षेत्र के अंतर्गत जवानों ने पशु तस्करी को किया नाकाम। 01 गाय और 08 भैंसे तस्करों के चंगुल से छुड़ाया। सुरक्षा में तैनात महिला जवान पर तस्करों ने जानलेवा घातक हमला किया। महिला जवान ने आत्मरक्षा में जवाबी फायर किया और सभी तस्करों को वापस खदेड़। यह घटना पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में तैनात बीएसएफ की एडहॉक वाहिनी एसबी-2 की सीमा चौकी केदारीपाड़ा की है जंहा महिला जवान ने बहादुरी से तस्करों का जम के मुकाबला किया और उन्हें वापस बांग्लादेश खदेड़ा। 

जानकरी के अनुसार यह घटना 07 अगस्त को बीएसएफ के ख़ुफ़िया विभाग की मवेशियों की तस्करी की सुचना के बाद सीमा चौकी केदारीपाड़ा में ड्यूटी पर तैनात सभी जवानों को सतर्क कर दिया। महिला जवान ने 6 से 7 तस्करों के हलचल देखा जो हाथों में तेजधार हथियार लिए थे,और 06 मवेशियों के साथ सीमा रेखा की तरफ तेजी से बढ़ रहे थे। तभी महिला जवान ने तुरंत साथी जवान सतर्क कर दिया और तस्करों के तरफ दौड़ी तथ तस्करों को रुकने का चेतावनी दिया था। तस्करों ने महिला जवान को देखते ही तलवार को लहराते हुए घेरने की कोशिश किया परंतु जान को खतरा में देखते हुए महिला जवान ने आत्मरक्षा में तस्करों की तरफ फायर किया और तस्करों को पकड़ने क कोशिश किया, गोलियों की आवाज सुनते ही तस्कर अंधेरे और ऊबड़-खाबड़ जमीन का फायदा उठाकर भागने में सफल हुए। तब तक गश्ती दल पहुंच गया और निगरानी ने इलाके की गहन तलाशी ली, जिसके परिणामस्वरूप 06 मध्यम आकार की भैंसें बरामद की गईं।

वहीं दूसरा घटना पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में बीएसएफ क्षेत्रीय मुख्यालय कृष्णानगर की हैं। सीमा चौकी सुन्दर व रनघाट तथा मालदा जिले में क्षेत्रीय मुख्यालय मालदा की सीमा चौकीयों गोपालनगर, सासनी व राजनगर व एचसीपुर में भी जवानों पर मवेशी तस्करों व अवैध घुसपैठियों द्वारा ऐसे घातक हमले हुए है, जहां जवानों ने आत्मरक्षा में मवेशी तस्करों व अवैध घुसपैठियों पर स्टन ग्रेनेड, पीएजी और अन्य हथियारों से फायरिंग की और तस्करी व अवैध घुसपैठ की घटनाओं को विफल कर 150 फेंसेडिल और 03 पशु जब्त किये है। 

सभी घटनाओं में बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (BGB) के साथ मीटिंग भी की गयी, जहाँ बांग्लादेशी तस्करों द्वारा बिना उकसावे के किए गए जानलेवा हमले की घटना पर ज़ोरदार विरोध दर्ज कराया गया। 

दक्षिण बंगाल सीमान्त के प्रवक्ता डीआईजी ए.के आर्य, ने बताया की बीएसएफ के महानिदेशक ने पश्चिम बंगाल में भारत बांग्लादेश सीमा का दौरा कर सुरक्षा की समीक्षा की थी और सीमा पर जवानो की संख्या भी बढ़ाई गयी है। बीएसएफ का ख़ुफ़िया विभाग लगातार बांग्लादेश व भारत के सीमावर्ती इलाकों पर नजर रखे हुए है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। आगे श्री आर्य ने कहा की हमारे कर्तव्य पथ पर ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं। बीएसएफ के जवान असाधारण साहस और सतर्कता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा लगातार हमलों और अवैध घुसपैठ के बारे में उन्हें सचेत करने के लिए बीजीबी के साथ लगातार फ्लैग मीटिंग के बावजूद, उनके द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।