बंग्लादेश हिंसा में जल रहे हिंदुओं के घर व टूट रहे मंदिर

• बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर छात्र विरोध प्रदर्शन इस मुकाम पर आ गया स्वयं प्रधानमंत्री को देश छोड़ना पड़ा

• हिंसा में कई मंदिर व हिंदू का घर जलाए गए, और हिंदुओं को मरने का दावा 

• बीजेपी नेता अजय आलोक ने बताया अगर हम नहीं चेते तो 20-30 साल बाद ये दृश्य भारत में भी होगा

आकाश शुक्ल 

एनई न्यूज भारत,सिलीगुड़ी: बांग्लादेश में हुए हिंसा के बाद तख्तापलट के तुरंत बाद ही बांग्लादेशी हिंदुओं पर होने लगे जुल्म।

वहीं पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हुए तख्तापलट को लेकर भारत में राजनीति गरमा चुकी है। बीजेपी नेता अजय आलोक ने इसे लेकर भारत में धर्मांतरण पे सख्त कानून की वकालत करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा। बांग्लादेश में हिंदुओं को मारने का दावा

बीजेपी नेता अजय आलोक ने कहा "बांग्लादेश में इस्लामिक तख्तापलट होते ही हिंदुओ को मारना काटना शुरू हो गया, घर में घुसे प्रदर्शनकारी। अगर हम नहीं चेते तो 20-30 साल बाद ये दृश्य भारत के राज्यो में भी हो सकता है, जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी हैं, धर्मांतरण पे और सख्त कानून चाहिए। अब हमारे पूर्व और पश्चिम में इस्लामिक आतंकवाद बिना रोक टोक रहेगा."ओवैसी-प्रियंका गांधी पर निशाना साधा। बीजेपी नेता अजय आलोक ने कहा, "फिलिस्तीन के मुसलमानों पे खुलके दर्द छलकाने वाली प्रियंका गांधी और असदुद्दीन ओवैसी अब बांग्लादेश के हिंदुओ पे मौन व्रत धारण कर लेंगे. एक भी मुसलमान नेता या मौलवी अपील नहीं करेगा कि हिंदुओ को मत मारो. ये बात देश को समझना पड़ेगा."देश के कई नेताओं ने दिया बयान

बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद आर्मी ने सारी बागडोर अपने हाथों में ले लिया। इस को लेकर भारत के कई नेताओं ने बयान दिया है। टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की तो वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि बांग्लादेश के घटनाक्रम से भारत को अलर्ट रहना चाहिए क्यूंकि इसका असर भारत पर भी पड़ेगा। बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार उज जमान ने कहा कि वह अंतरिम सरकार बनाने के लिए राष्ट्रपति का मार्गदर्शन लेंगे और छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों पर कार्रवाई की जांच करेंगे