शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से दिया इस्तीफा, देश को छोड़ा

  • • शेख हसीना ने आधिकारिक प्रधानमंत्री निवास 'गणभवन' छोड़ा

• हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं, 5 बजे तक पहुंच सकती हैं दिल्ली

• बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन जारी, प्रधानमंत्री आवास पर प्रर्दशनकारियों ने किया कब्ज

एनई न्यूज भारत,सिलीगुड़ी: बांग्लादेश में पिछले महीने से जारी जानलेवा हिंसा इस सप्ताह में उग्र रूप ले लिया इस बीच बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए देश को छोड़कर भारत के लिए रवाना हो गई है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने इस्तीफा की पुष्टी करते हुए कहा कि शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ हसीना ने ढाका छोड़ दिया है और किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। जबकि शेख हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं। बहन के साथ प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास छोड़ा शेख हसीना अपनी बहन के साथ में प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास 'गणभवन' छोड़कर सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। सूत्र बताते हैं कि वह भारत में आने की संभावना प्रबल है।

मालूम हो कि बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण खत्म करने को लेकर हिंसक प्रदर्शन चल रहा था जो एक बार ‌फिर हिंसक रूप धारण कर लिया हैं। प्रदर्शनकारी लगातार प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। आखिरकार हसीना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद प्रदशनकारी प्रधानमंत्री के सरकारी निवास पर कब्जा कर लिया है।

भीड़ ने कर्फ्यू तोड़ा

बंगलादेशी में जारी कर्फ्यू को हजारों प्रदर्शनकारियों ने उल्लंघन करते हुए ढाका की सड़कों पर मार्च किया और बाद में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर हमला बोल दिया।

अंतरिम सरकार का गठन होगाः सेना प्रमुख

वहीं, हालत खराब होते देखकर और शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने ढाका में प्रेस कॉफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही देश को चलाने के लिए अंतरिम सरकार का गठन होगा। देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं है। सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने कहा कि देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं, सोमवार की देर रात तक आए संकट का समाधान निकाल लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। छात्रों से अनुरोध है कि वे शांत रहें और घर वापस जाएं।

बांग्लादेश में लगा अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू

प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच भड़की हिंसा में अब तक 14 पुलिसकर्मियों समेत करीब 300 लोगों की जान चली गई है। हिंसा में हजारों लोग घायल हुए हैं। बांग्लादेश में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि पूरे देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया।