एनई न्यूज, सिलीगुड़ी
मानसून की बारिश आते ही जंगलों में रहने वाले हाथियों की बाछे खिल जाती है। अक्सर डुवार्स के जंगलों में रात को बारिश होने के बाद हाथियों का झुंड भोजन की तलाश में रिहाइसी इलाकों की ओर जाती है। इसलिए कई दिनों से हो रही मानसून की बारिश के कारण जलपाईगुड़ी तीस्ता के क्षेत्र के निवासियों लिए संभावित खतरा पीछा नहीं छोड़ रहा है। एक तरफ जहां भारी बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा तो दूसरी तरफ हाथी का आतंक भी जारी है। गुरुवार की भारी बारिश के बीच रात को करीब 70 से अधिक हाथियों का एक दल बैकुंठपुर के जंगल से तीस्ता क्षेत्र के इलाके में घुस आया और जिससे इलाके के लोग दहशत में हैं। मालूम हो कि हाथियों का दल तीस्ता इलाके में रुकने के बाद शुक्रवार सुबह जलपाईगुड़ी तीस्ता नदी क्षेत्र के कालियागंज, मोरल पाड़ा, महतोपाड़ा, पहाड़पुर इलाके में घुस गया है। हाथियों के हमले से खेतों को नुकसान हुआ है और इससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। शुक्रवार की सुबह हाथियों का समूह छोटे-छोटे समूहों में बंट जाने से वनकर्मियों को हाथियों को वापस जंगल भेजने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बैकुंठपुर, गोरूमारा, जलपाईगुड़ी वन विभाग के कर्मचारी मौके पर हैं। हाथियों का झुंड अब इलाके से निकल कर तीस्ता संलग्न इलाके में शरण लिया है। लोगों को खतरे से बचने के लिए सचेत करने के साथ ही वनकर्मी हाथियों के दल पर नजर रख रहे हैं।