वन्यजीव तस्करों के चंगुल से 67 इंडियन स्टार कछुआ को किया जप्त

भारत बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ के 05वी के सतर्क जवानों ने जीवित कछुआ को बचाया 

बीएसएफ की नजरो से प्रतिदिन तस्कर हो रहे हैं पस्त 

एनई न्यूज भारत,उत्तर 24 परगना 

दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत सीमा चौकी टेंटुलबेरिया, तैनात बीएसएफ के 5वीं वाहिनी,के सतर्क जवानों ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर वन्यजीव के तस्करी के प्रयास को विफल कर तस्करों के चंगुल से 67 संकटग्रस्त भारतीय स्टार कछुओं को बचाया। तस्करी के फिराख में जब तस्कर इन कछुओं को भारत से बांग्लादेश में तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे। तभी बीएसएफ के सतर्क जवानों द्वारा अभियान चलाकर जप्त कर लिया गया। इंडियन स्टार कछुए IUCN की रेड लिस्ट के अंतर्गत संकटग्रस्त एवं वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची IV के तहत आते है तथा भारतीय उपमहाद्वीप में, विशेष रूप से भारत के मध्य और दक्षिणी भागों, पश्चिमी पाकिस्तान और श्रीलंका में पाए जाते थे।

बीएसएफ से मिली जानकारी के अनुसार, 30 मई को सीमा चौकी टेंटुलबेरिया के जवानों ने खुफिया विभाग द्वारा दी गई सूचना के आधार पर चौकी खर्रामठ के गेट पर चेकिंग प्वाइंट के माध्यम से अवैध वस्तुओं की तस्करी कार्रवाई करते हुए संदिग्ध बाइक सवार को तलाशी के लिए रोका जो बाइक से झावडांगा की ओर से पिपली गांव की ओर जा रहा था। बाइक और बाइक पर रखे सामान की तलाशी लेने के दौरान, बदमाश अचानक केले के बागान और घनी फसलों का फायदा उठाकर बाइक को मौके पर छोड़कर भाग गया। जब्त प्लास्टिक बैग खोलने पर, 67 भारतीय स्टार कछुए (मध्यम आकार -23 और छोटे आकार -44) पाए गए। उसके बाद, बाइक और बचाए गए कछुओं को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बीओपी टेंटुलबेरिया लाया गया। इन बचाए गए कछुओं को आगे की देखभाल और पुनर्वास के लिए बनगांव में वन विभाग को सौंप दिया गया है। दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसंपर्क अधिकारी डीआईजी ए.के. आर्य, ने बताया कि ऐसी महत्वपूर्ण संवेदनशील प्रजातियों की सफल रोकथाम भारत की समृद्ध प्राकृतिक विरासत की रक्षा के लिए बीएसएफ की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। निरंतर सतर्कता और समन्वित कार्रवाई के माध्यम से, बीएसएफ अवैध वन्यजीव तस्करी से निपटने और संकटग्रत प्रजातियों को संरक्षित करने के प्रयासों में सबसे आगे रहता है