बीएसएफ ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में 2.2 करोड़ हेरोइन को किया जप्त

 

देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारत बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ को बड़ी कामयाबी 

बीएसएफ के 149वी वाहिनी के जवानों ने तस्करी को किया विफल 

एनई न्यूज भारत,मुर्शिदाबाद: बीते दिन यानी 28 अप्रैल बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत क्षेत्र के जवानों को मिली बड़ी कामयाबी। देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के चलते भारत बांग्लादेश अंतराष्टीय सीमा पर सख्ती बढ़ा दी गई है जिसके चलते सीमा चौकी डीएमसी के 149वीं वाहिनी के सर्तक जवानों ने बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी को विफल करते हुए 2.2 किलो हेरोइन जप्त किया। जब तस्कर इस हीरोइन को भारत से बांग्लादेश में तस्करी की करने के फ़िराक में था। तभी बीएसएफ के सर्तक जवानों ने हीरोइन को जप्त कर लिया। जिसका बाजारी कीमत तकरीबन 2.2 करोड़ है।   

बीएसएफ से मिली सूचना के आधार पर 28 अप्रैल को लगभग सुबह 05:10 बजे, दूसरी पाली की ड्यूटी के दौरान, जवानों ने 03 भारतीय तस्करों को प्लास्टिक की बोरियों के साथ सीमा बाड़ के पास छुपकर पहुंचने की कोशिश करते हुए देखा लिया। जवानों ने उनकी ओर दौड़े और उन्हें रुकने के लिए ललकारा। उसी बीच तस्करों ने बोरे को सीमा बाड़ के पार बांग्लादेश की ओर फेंकने की कोशिश की, लेकिन बोरे भारतीय क्षेत्र में गिर गया। तस्कर अंधेरे और ऊंची-ऊंची मक्के की फसल का फायदा उठाकर भारतीय सीमा की ओर भागने में सफल हो गए। इसके बाद आसपास के इलाके में जवानों ने गहन तलाशी ली और तलाशी के दौरान पौधे के बिच रस्सी से बंधी एक सफेद और लाल रंग की प्लास्टिक की बोरी मिली,जिसमें भारी मात्रा में नशीला पदार्थ था। जब्त पाउडर के परीक्षण करने के बाद हेरोइन होने का पता चला। जब्त हेरोइन को नांजदिकी पुलिस चौकी, लालगोला को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए सौंप दिया गया है। 

पकड़े गए कुल सामग्री:-

1. ब्राउन कलर पाउडर 1.5 किलो 

2. गुलाबी रंग पाउडर 500 ग्राम 

3. ब्राउन कलर सील पैक सी 200 ग्राम

पाउडर का कुल वजन 2.200 किलो  

4. डिजाइन टैबलेट 3 pcs

5. Oppo A 78 5G 1 pcs (21,999)

 

दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसंपर्क अधिकारी डीआइजी ए.के. आर्य ने बताया इस बात पर जोर दिया गया कि सीमा सुरक्षा बल भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी से निपटने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। तस्करों को महत्वपूर्ण बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से कई पकड़े जा चुके हैं। बयान में किसी भी परिस्थिति में तस्करी को रोकने के लिए बीएसएफ की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया है।