चुनाव से पूर्व 15,50,000 रुपये के नकली नोट बरामद

पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में नकली नोट के साथ तीन व्यक्ति गिरफ्तार। 500 के 3,100 नकली नोट बरामद।

पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में सीमा क्षेत्र में भारत-बांग्लादेश सीमा पर 15.50 लाख रुपए के नकली नोट के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार।

आज सुबह नदिया जिला के दक्षिण बंगाल सीमा  अंतर्गत 08 वीं वाहिनी, बीएसएफ की सीमा चौकी रामनगर के सतर्क जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर नकली भारतीय मुद्रा के तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए, ₹500 के मूल्य के भारतीय मुद्रा के 3100 नोटों के साथ एक भारतीय तस्कर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। जब  तस्कर इस नकली भारतीय मुद्रा को बांग्लादेश से भारत में तस्करी की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ की ख़ुफ़िया विभाग की विशेष सुचना पर कार्यवाही करते हुए सीमा चौकी रामनगर के जवानों ने 15,50,000/- रुपये (मूल्य 500×3100 नगद) की भारतीय नकली मुद्रा जब्त की जिसमे नोट संख्या 8FK-986918 के 779 नोट , नोट संख्या 8FK-986916 के 780 नोट व 8FK-986913 के 773 नोट व 8FK-986933 के 768 नोट शामिल है । बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, सीमा चौकी रामनगर 08 बटालियन बीएसएफ के जवानों को बीएसएफ के खुफिया विभाग से  नकली भारतीय मुद्रा की संभावित तस्करी के बारे में सुचना मिली। सुचना मिलते ही जवानों ने एक विशेष अभियान चलाया और तुरंत कार्रवाई करते हुए रामनगर हाई स्कूल के पास एक मोबाइल चेक पोस्ट लगा दी।  खुफिया विभाग की जानकारी के आधार पर एक संदिग्ध ऑटो को रोका और उसमे बैठे सभी व्यक्तियों को चेक किया। चेकिंग के दौरान उनके पास कुछ संदिग्ध पैकेट मिले जिस कारण से उसे ऑटो और उसमे बैठे हुए सभी व्यक्तियों को भी सीमा चौकी रामनगर में गहन तलाशी के लिए ले  जाया गया। सामान की तलाशी के दौरान मोहम्मद अली के बैग से संदिग्ध पैकेट मिले, जिनको खोलने पर बड़ी मात्रा में 500 के नकली नोट बरामद हुऐ। गिनती के आधार पर इनकी संख्या 3100 पाई गई।  इसके बाद नकली भारतीय मुद्रा को जब्त कर, तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया।  पकड़े गए तस्कर की पहचान मोहम्मद अली, पिता -शेख समशुल हक, पता- हजरत निजामुद्दीन, नई दिल्ली के रूप में हुई है। 

पूछताछ के दौरान  मोहम्मद अली ने बताया की उसे बांग्लादेश में कुछ अवैध काम करने के लिए बदरपुर (नई दिल्ली) के किसी अज्ञात व्यक्ति से संपर्क किया था, जिसके लिए वह सहमत हो गया। वह 12 मार्च को ट्रेन से हावड़ा पहुंचा और बनगांव से सीमा पार कर जेस्सोर, बांग्लादेश पहुंचा। वहां पर वह शांति नाम के एक बांग्लादेशी तस्कर से मिला जिसने उसे 15,50,000/- मूल्य की नकली भरिया मुद्रा दी और भारत पहुंचने पर उसे यह खेप अब्बास नाम के व्यक्ति को सौंपने के लिए कहा।  21 और 22 मार्च की मध्यरात्रि को वह अज्ञात क्षेत्र से सीमा पार कर उमरपुर, पीएस- हंसखली में किसी अज्ञात व्यक्ति के घर पर रुका। जब सुबह वह खेप को लेकर जा रहा था बीएसएफ ने उसे नकली भारतीय मुद्रा के साथ पकड़ लिया।

इसके अलावा उसी ऑटो से तस्करी में शामिल एक संदिग्ध दलाल व ऑटो ड्राइवर को भी पकड़ा गया है। जब्त की गयी नकली भारतीय मुद्रा व तथा पकड़े गए व्यक्ति को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन हंसखाली,जिला-नदिया को सौंप दिया गया है।

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसम्पर्क अधिकारी  ए.के आर्य ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों तथा खुफिया विभाग की सतर्कता का परिचय है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि किसी भी परस्थिति में तस्करी के रास्ते को न अपनाये। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि उनके जवान सीमा पर किसी भी सूरत में तस्करी या अन्य किसी प्रकार का अपराध नही होने देंगे और उसमे संलिप्त व्यक्तियों को नही छोड़ेंगे।