न्यूज भारत, उत्तर 24 परगना: दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत, 102 वी वाहिनी, सीमा सुरक्षा बल, एएचटीयू टीम के जवानो ने 'मैरी वार्ड सोशल सेंटर' के साथ मिलकर बाल दिवस के अवसर पर "मानव तस्करी, बाल यौन शोषण, बाल श्रम, लिंग उल्लंघन और भेदभाव, सोशल मीडिया का दुरुपयोग और रोकथाम" के मुद्दे पर उत्तर24परगना जिले के सीमावर्ती गांव बशीरहाट के टाउन हॉल में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मैरी वार्ड सोशल सेंटर की सदस्य मिस आशा और स्टाफ, एएचटीयू टीम, 102 वी वाहिनी, सीमा सुरक्षा बल तथा बाल अधिकार एवं संरक्षण दल, पश्चिम बंगाल सरकार, के साथ संग्रामपुर की प्रधान सहित 82 महिलाओं एवं लड़कियाँ ने भाग लिया।
गाँव का प्रधान और सभी महिलाओं ने जागरूकता को बढ़ावा देने वाली ऐसी गतिविधियों के संचालन के लिए बीएसएफ, एएचटीयू और एन.जी.ओ की सराहना की और धन्यवाद व्यक्त किया।
बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी ए के आर्य, डीआईजी ने बताया की मानव तस्करी और बाल यौन शौषण जैसे गंभीर अपराधों को रोकने के लिए बीएसएफ, एएचटीयू विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर अलग–अलग समय में जागरूकता अभियान चला रही है ताकि इस तरह के अपराधों को रोका जा सके।