समन्वित सीमा प्रबंधन से शरहद पर अपराध होंगे कमः आयूष मणि तिवारी

अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद, मिलकर काम करने उनके मंसूबे होंगे नाकाम

आईजी बीएसएफ और रीजन कमांडर बीजीबी के बीच जशोर, बांग्लादेश में सीमा समन्वय सम्मेलन संपन्न

न्यूज भारत, कोलकाता

19वां महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल-रीजन कमांडर बीजीबी सीमा समन्वय सम्मेलन, 5 सितंबर, 2023 को चर्चा के संयुक्त रिकॉर्ड (जेआरडी) पर हस्ताक्षर के बाद जशोर, बांग्लादेश में संपन्न हुआ। जशोर में आयोजित हुए सम्मेलन में बीजीबी के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मोहम्मद मोर्शेद आलम, अतिरिक्त महानिदेशक, क्षेत्र कमांडर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर कर रहे थे। बीजीबी प्रतिनिधिमंडल में शमीम अहमद, एसजीपी, एसपीपी, अतिरिक्त महानिदेशक, क्षेत्र कमांडर, जशोर, समेत अन्य 19 प्रतिनिधि शामिल हुए। बीएसएफ के 07 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व आईजी, बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत आयूष मणि तिवारी कर रहे थे। बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल में आईजी, बीएसएफ, गुवाहाटी के दिनेश कुमार यादव, आईजी बीएसएफ, उत्तर बंगाल सीमांत के दीपक एम दामोर समेत सीमा सुरक्षा बल, ग्रह मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय के 04 प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन के दौरान बीजीबी प्रतिनिधिमंडल के कमांडर, मोहम्मद मोर्शेद आलम, अतिरिक्त महानिदेशक, क्षेत्र कमांडर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर ने कहा कि बीजीबी और बीएसएफ दोनों सबसे जटिल और गतिशील भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं। उन्होंने सीमा प्रबंधन के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में बीएसएफ और भारत सरकार के सहयोग का आभार व्यक्त किया। बीजीबी प्रतिनिधिमंडल के कमांडर ने आगे कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा की जटिल और गतिशील प्रकृति को देखते हुए, बीजीबी और बीएसएफ सीमा प्रबंधन के प्रभावी कार्यान्वयन में एक-दूसरे के प्रयासों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि दोनों बलों के संघर्ष समाधान तंत्र में सकारात्मक बदलाव बहुत उत्साहजनक हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि बीजीबी इस तरह की भावना को इस बैठक के माध्यम से जमीनी स्तर पर ले जाने का इरादा रखती है ताकि जमीनी स्तर की समस्याओं को बहुत आसानी से हल किया जा सके। बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के कमांडर महानिरीक्षक, बीएसएफ, दक्षिण बंगाल, सीमांत आयूष मणि तिवारी, ने कहा कि अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद हैं। उनके नापाक मंसूबों को तभी नाकाम किया जा सकता है जब बीएसएफ और बीजीबी हर स्तर पर मिलकर काम करें। इसके लिए बीएसएफ हर समय बेहतरीन सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने आगे कहा कि "समन्वित सीमा प्रबंधन योजना" (CBMP) एक ऐसा साधन है जिसे प्रभावी सीमा प्रबंधन के लिए दोनों बलों द्वारा विकसित किया गया है। इसके सही मायने में क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सीमा पर तैनात दोनों बलों के कंधों पर है। आगे उन्होंने विश्वास दिलाया कि यह बैठक दोनों बलों के संबंधों को और अधिक ऊंचाई पर ले जाएगी। बीएसएफ, महानिरीक्षक ने मोहम्मद मोर्शेद आलम, अतिरिक्त महानिदेशक, क्षेत्र कमांडर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र को गर्मजोशी से स्वागत करने और बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के उदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दोनों सीमा सुरक्षा बलों को सीमा पर शांति और शांति बनाए रखने की पवित्र जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने अपना दृढ़ विश्वास व्यक्त किया कि विचारों के मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान, सहयोग, समन्वय और आपसी समर्थन से समझ के अंतर कम होंगे और दोनों बल विभिन्न सीमा मुद्दों को सही परिप्रेक्ष्य में हल करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, इस तरह की बातचीत से दोनों देशों के बीच साझा लक्ष्य हासिल करने के बंधन मजबूत होंगे। सम्मेलन के अंत में दोनों बलों के कमांडरों ने जेआरडी पर हस्ताक्षर किए और सौहार्दपूर्ण भाव से सम्मेलन का समापन किया।