सीमा को चाक-चौबंद रखें जवान: सोनाली मिश्रा

-घुसपैठ की चिंताओं के बीच बीएसएफ एडीजी ने बांग्लादेश सीमा का दौरा किया

न्यूज भारत, अगरतला:  सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की अतिरिक्त महानिदेशक सोनाली मिश्रा भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए त्रिपुरा की तीन दिवसीय यात्रा पर बीएसएफ त्रिपुरा फ्रंटियर मुख्यालय पहुंची । अपनी यात्रा के दौरान, मिश्रा ने विभिन्न सीमा चौकियों का दौरा कर सीमा की परिचालन तैयारियों और सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की। एडीजी को सीमा प्रबंधन की जानकारी
बीएसएफ कै आईजी एमपी गुप्ता द्वारा भी जानकारी दी गई। आईजी बीएसएफ त्रिपुरा फ्रंटियर ने त्रिपुरा फ्रंटियर की जिम्मेदारी के क्षेत्र और परिचालन तैयारियों के बारे में बताया।
बैठक के दौरान एडीजी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि  सीमा पर चौकसी और घुसपैठियों पर पैनी नजर बनाए रखना बहुत जरूरी है। अगर सीमां चाक चौबंद नहीं रही तो आने वाले समय में कोई बड़ी घटना हो सकती है इसलिए  अधिकारियोंको और सीमा पर तैनात जवानों को घुसपैठ रोकने में तत्पर रहना होगा और बार्डर कि सुरक्षा चाक-चौबंद रखना होगा।
बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश द्वारा आपत्तियों के बावजूद घुसपैठियों, तस्करों और नशीली दवाओं के तस्करों द्वारा अवैध गतिविधियों के लिए बिना बाड़ वाली सीमाओं का उपयोग किया जा रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए बीएसएफ त्रिपुरा फ्रंटियर बीएसएफ की 18 बटालियनें भारत-बांग्लादेश सीमा 856 किलोमीटर में  तैनात की गई हैं


घुसपैठ पर मुख्यमंत्री जतायि चिंता
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हाल ही में बांग्लादेश के घुसपैठियों द्वारा बिना बाड़ वाले सीमा क्षेत्रों के माध्यम से या सीमा बाड़ काटकर त्रिपुरा में प्रवेश करने का प्रयास करने के बारे में चिंताओं को उजागर किया था। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के साथ 856 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा का 50 किलोमीटर हिस्सा कई कारणों से बिना बाड़ के बना हुआ है, जिनमें शामिल हैं