नोयेडा में सुपरटेक के ट्वीन टावर पर कोर्ट का फरमान, 22 को होगी ध्वस्त

अवैध निर्माण के लिए राम नवमी के दिन गिराने का किया गया ट्रायल, 300 मजदूर लगे है काम में

न्यूज भारत, नई दिल्लीः बिल्डरों की मनमानी पर नकेल कसते हुए पहले इलाहबाद हाई कोर्ट फिर सुप्रिम कोर्ट ने सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी की 32 मंजिले इमारत को ध्वस्त करने का फैसला सुनाया है। हालांकि बगल की सोसाइटियों को न्याय के लिए दस साल का इंतजार करना पड़ा। इसे ध्वस्त करने के क्रम में शनिवार को इस बिल्डिग के गिराने का ट्रायल दोपहर करीब 2.30 पर किया गया।

मालूम हो कि नोएडा के सेक्टर 93 ए में स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी में बने ट्विन टावर को ध्वस्त करने की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। सबकुछ ठीक रहा तो विस्फोट के जरिए दोनों टावर महज 9 सेकेंड में ध्वस्त हो जाएंगे। करीब 100 मीटर दूर से रिमोर्ट दबाकर इन्हें ध्वस्त किया जाएगा। ध्वस्तीकरण के बाद करीब 10 मिनट तक आसपास के करीब 30 मीटर एरिया तक धूल उड़ेगी। धूल उड़ने से रोकने के लिए बड़े स्तर पर पानी से छिड़काव किया जाएगा। इस दौरान आसपास की तीन सोसाइटी के फ्लैट खरीदारों को करीब 5 घंटे तक बाहर रहना होगा। शाम तक लोग अपने फ्लैटों में लोग वापस लौट सकेंगे।

एडिफिस एजेंसी के हेड उत्कर्ष मेहता ने बताया कि ध्वस्तीकरण वाले दिन आसपास के फ्लैटों को कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन फिर भी 100 करोड़ का बीमा कराया जा रहा है। अभी टावर में विस्फोटक लगाने के लिए काम चल रहा है। अभी तक 22 मई 2022 को टावर के ध्वस्तीकरण की योजना है। ट्रायल ब्लास्ट एक टावर में बी-1 बेसमेट और दूसरे टावर में 14 वीं मंजिल पर होगा। इस ब्लास्ट में करीब एक ट्रक कांक्रीट का इस्तेमाल होगा।  ध्वस्तीकरण का काम करीब एक सप्ताह से चल रहा है। वहीं पहले विस्फोटक लगाया जाना शुरू कर देंगे। अधिकारियों की मानें तो 6-7 बार धमाके होंगे और 9 सेकेंड में टावर गिरा दिए जाएंगे। वहीं करीब 25 दिन से ट्विन टावर में करीब 300 मजदूर अलग-अलग तल पर तोड़फोड़ के काम में लगे हुए हैं।