पूरी तरह फूलप्रुफ है भारत की अंर्तराष्ट्रीय सीमाएं : पंकज कुमार सिंह

पशु तस्‍करी पर पूरी तरह कसी नकेल, लाखों का आंकडा हजारों में सिमटा

हाईटेक हो रही भारतीय सीमाएं, आधुनिकत तकनीकी का हो रहा प्रयोग

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ीः उत्तर बंगाल की सीमाओं के साथ देश की सभी अंर्तराष्ट्रीय सीमाएं पूरी तरह से फूलप्रुफ है। वहीं हम इसके साथ-साथ सीमा की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए आधुनिक तकनीकी का प्रयोग भी कर रहे हैं। जिसके माध्यम से सीमा पार से होने वाली अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से नकेल कसी जा रही है। वहीं दूसरी ओर सीमा पर लगे बाड़ और उनकी सुरक्षा और प्रकाश के लिए लगे बार्डर स्ट्रीट लाइट में आधुनिक तकनीकी प्रयोग शुरू हो चुका है। नाम तो नहीं पर बंगाल में इसका काम शुरू हो चुका है, और कुछ जगहों पर लगाया भी गया है। उक्त बातें सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को सिलीगुड़ी के फूलबाड़ी सीमा पर संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कही।

गोवंश की तस्करी के बावत महानिदेशक ने बताया कि पहले की तुलना में वर्तमान में पशु तक्करी पर पूरी तरह से लगाम कसी जा रही है। वर्ष 2018 में सिर्फ बंगाल की सीमा पर करीब 170,000 पशुओं की सीज किया गया, लेकिन उसके अनुपात में बीते वर्ष यह आंकड़ा 35000 तक स‌िमटाने में हमारे जवाना सफल रहे। लेकिन यह बात बता दूं कि यह आंकड़ा हम और नीचे लेकर आएंगे और पूरी तरह से गोवंश की तस्करी पर लगाम लगाया जाएगा। महानिदेशक ने खुली सीमा की चर्चा पर बताया कि बंगाल में 900 किमी की सीमाएं नदी और नाले के रूप में हैं, जहां हम बाड़ बंदी नहीं कर सकते हैं, लेकिन वहां भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। हालांकि कुछ छिटपुट घटनाएं होती है, लेकिन हमारे जावान उसे रोकने की पूरी कोशिश करते हैं।

केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में कई राज्‍यों के भीतर सीमा विस्तार के सवाल पर उन्होंने साफ किया सरकार के कानून बनाने के बाद बीएसएफ उसे पालन करती हैं। इस पर बीएसएफ का अधिकार, सिर्फ पासपोर्ट एक्ट तक ही है। जिसमें दोनों देशों के आगमन और निगमन पर लागू होगा। रहीं बात पुलिस की तो हमारे पुलिस से हमारे बेहतर तारतम्य है, समय समय पर हमारे अधिकारी के साथ उनकी बैठकें होती रहती है। आज के दौर में सीमा पर कोई समस्या नहीं है और सुरक्षा पूरी तरह से चाक चौबंद है।