मानवता की अनूठा ‍की मिशाल पेश किया बीएसएफ 21 ने

गलती की सजा माफ कर नाबालिक को बंग्लादेश के बीजीबी को किया वापस

न्‍यूज भारत, सिलीगुडी: सीमाओं की सुरक्षा के साथ ही सीमा सुरक्षा बल ने भारत-बंग्‍लादेश की सीमा पर बुधवार की देर शाम मानवता की अनूठी मिशाल पेश करते हुए सीमा सुरक्षा बल की 21वीं बटालियन ने भारत-बंग्‍लादेश की सीमा को गलती से पार कर भारत में घुसने की सजा उसे बंग्‍लादेश को वापस को वापस कर किया है। हालांकि सीमा सुरक्षा बल की 21 बटालियन ने नाबालिक के भारत में घुसने के बाद सबसे पहले उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की बाद में स्थितियों के आकलन के बाद बीजीबी से मि‍टिंग के बाद उस नाबालिक को बंग्‍लादेश को वापस कर दिया।

मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को शाम को एक नाबालिक गल्‍ती से बंग्‍लादेश की सीमा का पार कर भारत की सीमा में प्रवेश कर था। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे तत्‍काल में हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद उसे परिचय देते हुए सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पहले उसे गिरफ्तार कर लिया। करीब 6-15 मोहम्‍द जेहाद उम्र करीब 17 वर्ष्‍ पुत्र मो अब्‍दुल कलाम निवासी गांव राजनगर, पीओ पंचगढ़ पीएस पंचगढ़ जिला पंचगढ़ (बांग्लादेश) का रहने वाला है। वह गलती से आईबी से लगभग 70 मीटर का क्षेत्र के भीतर घुस गया था। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पकड़ कर गहन पूछाताछ के बाद उस नाबालिक को 10-30 बजे 56 बीएन बीजीबी को मानवीय आधार पर सौंप दिया गया। इस बावत सीमा सुरक्षा बल 21 के सीओ सीएस तोमर ने कहा कि हम सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ मानवीय आधारों को भी लेकर सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। आज की घटना एक अनूठा उदाहरण है और मैं अपने सीमा सुरक्षा बल के जवनों को इसके लिए बधाई देता हूं।