गोंडा जिले को दिवाली से पहले मिला मां धन्वतरी का आशीर्वाद, मिला मेडिकल कॉलेज का उपहार
सीएम ने विपक्ष पर जमकर बोली हमला, कहा पिछली सरकारों में योजनाएं हो जाती थी भ्रष्टाचार का शिकार
गोंडा में राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास व परियोजनाओं का सीएम ने किया लोकार्पण
न्यूज भारत, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा जिले को दीपावली से पहले मेडिकल कॉलेज समेत दूसरी कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात बुधवार को दी। सीएम ने गोंडा के विकास कार्यों को हरी झंडी दिखाते हुए 1132 करोड़ की 144 विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने गोंडा को मेडिकल कॉलेज की सौगात दी जिससे अब गोंडा के लोगों को इलाज के लिए प्रदेश के दूसरे जनपदों के चक्कर नहीं कांटने पड़ेंगे, वो अपने ही जिले में बेहतर चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2017 से पहले जहां यूपी में योजनाएं भी नहीं होती थी अगर योजनाएं लागू भी की जाती थी तो वो बंदरबांट का शिकार हो जाती थी। हमारी सरकार बनने के बाद यूपी में प्रदेश में न सिर्फ नई योजनाओं को लागू किया गया बल्कि योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंचे इस पर विशेष जोर दिया गया।
ल 2017 के बाद प्रदेश में हर गरीब को राशन, बिजली, शिक्षा समेत चिकित्सकीय सुविधाएं मिली हैं। सीएम ने कहा कि मुझे याद है कि 2017 से पहले मुझे गोंडा से देवीपाटन जाने में साढ़े तीन घंटे का समय लग जाता था पर आज हमारी सरकार में यह दूरी महज एक घंटे में तय की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज एक कमिश्नरी में तीन तीन मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। महाराजा सुहेलदेव के नाम पर बहराइच में मेडिकल कॉलेज के बाद बलरामपुर में भी मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। अब गोंडा जनपद को भी मेडिकल कॉलेज की बड़ी सौगात मिल गई है। यहां के मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का अस्प्ताल, छात्र छात्राओं के लिए पाठ्यक्रम की व्यवस्था होगी उन्होंने कहा कि साल 2022-23 तक हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा। कार्यक्रम में सीएम ने मुख्यमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना समेत दूसरी योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व पुरस्कृत राशि से सम्मानित किया।
विपक्ष पर सीएम ने जमकर बोला हमला
कार्यक्रम में सीएम ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में गरीबों को न आवास, न बिजली,न शौचालय, न रसोई गैस कुछ नहीं मिलता था। पहले गोंडा में योजनाएं नहीं आ पाती थीं, वो भ्रष्टाचार का शिकार हो जाती थी। हमारी सरकार ने न सिर्फ योजनाओं को लागू किया बल्कि हर जिले के वासियों तक पहुंचाने का जिम्मा भी लिया। 2017 के पहले प्रदेश में कानून व्यवस्था क्या थी। माफिया सत्ता का सुख भोगते थे। होली, दिवाली, जन्माष्टमी से पहले कर्फ्यू लग जाता था। पर हमारी सरकार के आने के बाद परिवर्तन साफ देखा जा सकता है। आज प्रदेश में आस्था का सम्मान हो रहा है। देश में सुरक्षा का माहौल बना है। अभी नवरात्र समाप्त हुआ है साल 2017 से पहले यही गोंडा, बलरामपुर कभी दंगो की चपेट में होते थे, लेकिन आज दंगाइयों की सात पीढ़ी भरपाई करते खत्म हो जाएंगी।
सपा कांग्रेस कभी नहीं होने देते राम मंदिर का निर्माण
सीएम ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर भव्य निर्माण शुरू हो चुका है। राम मंदिर को ये सपा बसपा कांग्रेस कभी बनने नहीं देती लेकिन आज सब भगवान राम को हमारे भी हैं बताते हैं। आतंकवाद कांग्रेस की देन थी, कश्मीर से हमने धारा 370 खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है। सरकार सामूहिक प्रयास के साथ काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि विकास की योजनाएं हर नागरिक के चेहरे पर खुशहाली लाएंगी। पिछले साढ़े चार सालों में गन्ना किसानों का वर्षो का भुगतान प्रदेश सरकार ने किया। पिछली सरकारों में गरीब की योजनाओं को सत्ता के लोग हड़पने का कार्य करते थे। प्रदेश सरकार ने साढ़े 04 वर्ष में साढ़े 4 लाख नौकरियां दी, 03 करोड़ से अधिक कामगारों को रोजगार दिया गया।
टैबलेट और स्मार्टफोन के खरीद की प्रक्रिया हुई तेज
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की युवाओं को तकनीकी रूप से अपग्रेड करने की मुहिम परवान चढ़ रही है। पहले चरण में युवाओं को देने के लिए टैबलेट और स्मार्टफोन के खरीद की प्रक्रिया तेज हुई है। औद्योगिक विकास विभाग की ओर से टैबलेट और स्मार्टफोन की खरीद के लिए एक या दो दिन में टेंडर जारी करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। देश में पहला राज्य यूपी होगा, जो इतने बड़े पैमाने पर टैबलेट और स्मार्टफोन का युवाओं का वितरण करेगा।
सीएम योगी ने प्रदेश में एक करोड़ युवाओं को टैबलेट या स्मार्टफोन देने की घोषणा की है। इसके लिए उन्होंने वर्तमान वित्त वर्ष में तीन हजार करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए हैं। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप औद्योगिक विकास विभाग ने टैबलेट और स्मार्टफोन की खरीद के लिए उम्मीद जताई जा रही है कि अगले माह के अंत तक चयनित कंपनियों को परचेज आर्डर दिया जाएगा। इसके बाद जिले स्तर पर लाभार्थियों को वितरण शुरू होगा।
जेम पोर्टल पर टेंडर जारी होने के 21 दिन बाद खुलेगा। जेम पोर्टल पर यह अब तक का सबसे बड़ा टेंडर होगा। चयनित कंपनियों को पहले लॉट में कम से कम ढाई लाख टैबलेट की आपूर्ति करनी होगी। हालांकि स्मार्टफोन के लिए चयनित कंपनियों को पहले लॉट में कम से कम पांच लाख स्मार्टफोन की आपूर्ति करनी होगी।
टेंडर में तय होगी टैबलेट या स्मार्टफोन की कीमत
टैबलेट या स्मार्टफोन की कीमत का निर्धारण टेंडर के बाद होगा। इसके लिए विभाग की ओर से नियम और शर्तें टेंडर में दी जाएंगी। उसी के आधार पर टैबलेट या स्मार्टफोन की कीमत तय होगी।