मालदा में गंगा नदी में नाव पर देश के सीमा की रखवाली कर रहा था जवान
बीएसएफ जवान गंगा नदी में हुआ था लापता, काफी मशक्कत के बाद शव बरामद
न्यूज भारत, मालदा : देश की अंर्तराष्ट्रीय की सीमाओं की रखवाली में सीमा सुरक्षा बल के जवान निरंतर चौकसी बरत रहे हैं। इसी का परिणाम जहां काश्मीर में अतंकवादियों की घुसपैठ ना के बराबर है। वहीं बंगाल की सीमाएं भी जवानों की चौकस निगाहों से सुरक्षित है। बंगाल के मालदा जिले में मोछदायिनी गंगा में राम को देश की सीमा की रखवली कर रहे जवानों की टीम में उत्तर प्रदेश के शैलेन्द दूबे भी सवार थे। नाव जैसे गंगा के बीच में बहाव में पहुंची तो अचानक दूबे का संतुलन बिगड़ गया और हथियार समेत गांगा की गोंद में समा गए। हलांकि उनके दो सहयोगियों ने दूबे को बचाने का प्रयास तो भरपूर किया। लेकिन वह सदा के लिए पावन गंगा की गोंद में समा गए। जवानों की काफी मशक्क्त के बाद उनके शव को बरामद किया गया।
बीएसएफ ने बताया कि दक्षिण सीमान्त के अन्तर्गत, 78 वीं वाहिनीं की सीमा चौकी चापघाटी में 12 अक्टूबर 2021 को रात्रि के लगभग 11.30 बजे सीमा सुरक्षा बल का बहादुर जवान शैलेन्द्र दुबे , ड्यूटी करने के लिये अपने 02 साथियों के साथ जा रहा था। गंगा नदी के बीच मझधार में नाव के पहुंचने पर अचानक नदी का रहानाव को बहाकर ले जाने लगी तभी शैलेन्द्र दुबे का संतुलन बिगड़ गया तथा वे संभल नहीं पाये और हथियार समेत गंगा नदी के तेज बहाव में गिर गये। उनके साथियों ने उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया लेकिन बहाव की वजह से वे नदी के गर्भ में समा गये। लगभग 23 घन्टे चले सर्च अभियान में शव को नूरपुर सीमा चौकी के पास खोज निकाला गया। । शहीद जवान उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला के नौबस्ता गाँव का रहने वाला था, जवान अपने पीछे पत्नी और 02 मासूम बच्चों को छोड़ गया ।