गांधी जयंती पर असम राइफल का स्वच्छता अभियान

दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वच्छता का संदेश, लगाए गए 35 सौ पेड

न्‍यूज भारत, इंफाल : गांधी जयंती के अवसर पर पूरे देश में कही मैराथन दौड़ तो कही स्‍वच्‍छ भारत अभियान की झलक दिखी। मणिपुर में असम राइफल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 152वीं जयंती पर तामेंगलोंग शहर में उन्हें याद किया। इस अवसर इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव के मनाया जा रहा है। जन भागीधारी को लेकर विभिन्न समुदाय आधारित कार्यक्रम इस दिन को मनाया जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, 02 अक्टूबर को "महात्मा गांधी" की याद में अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 22 सेक्टर/आईजीएआर (पूर्व) के तत्वावधान में 44 असम राइफल्स ने जिले के विभिन्न हिस्सों में एक दिवसीय स्वच्छता दिवस का आयोजन किया। मणिपुर के दूर-दाराज में मिनी स्टेडियम, तामेंगलोंग के आसपास सफाई अभियान शुरू करने के लिए यूनिट के जवानों ने शहर के स्काउट्स एंड गाइड्स के छात्रों के साथ चलाया। इस अवसर पर यूनिट के जवानों ने जिले के विभिन्न हिस्सों में पौधे रोपे। इस अवसर पर हिबिस्कस, आंवला और अन्य स्थानीय पौधों के कुल 3500 पौधे लगाए गए। पूरे जिले में स्वच्छता के संदेश को देते हुए इकाई महीने भर चलने वाले स्वच्छ तामेंगलोंग, स्वच्छ भारत अभियान का आयोजन कर रही है। यूनिट स्थानीय युवा नेताओं और युवा क्लबों के सहयोग से जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वच्छता और स्वच्छता संदेश ले जाएगी। महात्मा गांधी ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अहिंसा की पद्धति ने दुनिया भर में कई नागरिक अधिकार आंदोलनों को प्रोत्साहित और प्रेरित किया जहां उन्होंने समाज में उल्लेखनीय परिवर्तन लाने के लिए संघर्ष किया। गांधी के पथ-प्रदर्शक मूल्यों और अहिंसा और स्वराज की नैतिकता को भारत के सभी संस्थानों में मान्यता प्राप्त है। उनकी शिक्षाओं और ज्ञान को हमारे परिवेश और देश की बेहतरी के लिए समूहों और संगठनों द्वारा विभिन्न पहलों के माध्यम से फैलाया जाता है।