जवानों की सर्तकता से देहव्‍यापार के दलदल से बची युवतियां

बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी महिलाओं को वेश्यावृति में फसने से बचाया

सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सख्त कदम उठाया जा रहा: रवि गांधी

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपनी सजगता और सर्तकता से भारत-बंगलादेश के सीमाओं पर अवैध घुसपैठ पर लगाम कस दिया है। जवानों की सर्तकता और सजगता का परिणाम यह है कि आए दिन सीमा पर जहां तस्‍करों की गिरफ्तारी हो रही है। वहीं इस पार से उसपार जाने वाली महिलओं को देहव्‍यापार के दलदल में फंसने से भी बीएसएफ के जवान बचा रहा है। 24 सितंबर 2021 को, पुख्ता सूचना के आधार  उत्तर बंगाल फ्रंटियर के सीमा सुरक्षा बल के सीमा चौकी धप्राहाट, 45 बटालियन के जवानों ने पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा से 02 बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी तब हुई जब वह दाहग्राम अंगरपोटा एन्क्लेव के बिना बाड़ वाले क्षेत्र के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रही थी । पकड़ी गई महिलाओं की पहचान सबीना खातून (26 वर्ष) पुत्री सुबाहन मुंशी निवासी गांव-बामंदंगा, पुलिस स्टेशन-मोक्षिदपुर, जिला-गोपालपुर (बांग्लादेश) तथा  फरजाना अख्तर ईमा (19 वर्ष) पुत्री मोहम्मद इकबाल अहमद भुइया गाँव-रहीमपुर, पुलिस स्टेशन -अखौदा, जिला ब्राह्मणबरिया (बांग्लादेश) के रूप में की गई है। तलाशी के दोरान उनके पास से 03 मोबाइल फोन और बीडी टका बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान, उन्होंने बताया की वे बहुत गरीब परिवारों से हैं। वे एक कामरुल नाम के बांग्लादेशी नागरिक के संपर्क में आईं। कामरुल एक डांस ट्रेनर होने के साथ-साथ उत्तर ढाका नगर निगम में कार्यरत हैं। वह एक भारतीय नागरिक सुकुमार के संपर्क में था। जो वर्तमान में बैंगलोर में काम कर रहा है और वही इन महिलाओं को बैंगलोर में काम दिलवाने वाला था । प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि पकड़ी गई लड़कियों को कमरूल भारत में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाया था, लेकिन जांच के दौरान यह पता चला कि वास्तव में उसकी योजना इन महिलाओं को भारत में वेश्यावृत्ति में धकेलने की थी।

 उत्तर बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक रवि गांधी ने जवानों की सर्तकता को देखते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। सीमा सुरक्षा बल के मुस्तैद जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से कई लोगों को अवैध तरीके से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पकड़ा है। पकड़े गए व्यक्तियों से पूछताछ के दोरान यह पता लगा ही की इनमें से कुछ मानव तस्करी में शामिल दलाल हैं। इन दलालों द्वारा गरीब और मासूम लड़कियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर भारत लाया जाता है और उन्हें वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल दिया जाता है।

एक बांग्लादेशी तस्‍कर फेनसीडिल के साथ बीएसएफ ने दबोचा

वहीं दूसरी ओर 24 सितंबर 2021 को, पुख्ता सूचना के आधार, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक रवि गांधी के गतिशील नेतृत्व में सीमा सुरक्षा बाल के सीमा चौकी हिली, 61 बटालियन के मुस्तैद जवानों ने एक बांग्लादेशी फेनसीडिल तस्कर को पकड़ा। उसकी गिरफ्तारी तब हुई जब वह बांग्लादेश से भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था । पकड़े गए तस्कर की पहचान मोहम्मद अब्दुल मालेक (25 वर्ष) पुत्र मोहम्मद अजमल हुसैन, निवासी गांव-सोरंजगरी, पुलिस स्टेशन-हकीमपुर, जिला-दिनाजपुर (बांग्लादेश) के रूप में की गई । तलाशी के दौरान पकड़े गए बांग्लादेशी तस्कर के पास से एक मोबाइल फोन और एक धारदार हथियार बरामद किया गया । पकड़े गए बांग्लादेशी तस्कर को जब्त सामानों के साथ पुलिस थाना हिली को सौंप दिया गया। उपरोक्त के अलावा 24 से 25 सितंबर 2021 को , उत्तर बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल की अंडर कमांड बटालियनों के जवानों ने अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष तस्करी विरोधी अभियान चलाया ताकि राष्ट्र विरोधी तत्वों के तस्करी तथा नापाक मंसूबों को विफल किया जा सके। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों से 11  मवेशी, 100 बोतल फेंसेडिल और अन्य विविध सामग्री जब्त की। जब्त किए गए सामानों की कुल कीमत 1,95,441/- रुपये है। उपरोक्त वस्तुओं को सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उस समय जब्त किया जब तस्कर इन वस्तुओं को भारत से बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहे थे।