बीएसएफ की दरियादिली, अनजाने की खता माफ

अंतर्राष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन, बंगलादेशी नागरिकों को किया गिरफ्तार, सद्भावना में  बीएसएफ ने बीजीबी को सौंपा

न्‍यूज भारत, कोलकता : दोस्‍त के साथ भारत-बंगलादेश की अंर्तराष्‍ट्रीय सीमा के देखना कुछ देर के लिए रोनी फ़कीर तथा अब्दुल्ला जेहाद महंगा पड़ा। दोनों को बीएसएफ ने अंर्तराष्‍ट्रीय सीमा के उलंघन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। हलांकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने काफी गहनता से पूछताछ के उनके कदमों की खता को माफ करते हुए दोनों को बीजीबी को सौंप दिया। मामला पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके में सीमा सुरक्षा बल ने सीमा चौकी घोजाडांगा, 153 वीं वाहिनी के इलाके से 02 बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय सीमा में अवैध रूप से घुसते हुए गिरफ्तार किया।

बीएसएफ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 20 सितम्बर, को 153 वीं वाहिनी की सीमा चौकी घोजाडांगा,153 वीं बटालियन, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने तकरीबन 19.30 बजे 02 बांग्लादेशी नागरिकों को गैर कानूनी तरीके से भारतीय सीमा में घुसते समय गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान रोनी फ़कीर  (उम्र 21 वर्ष), जिला– पुटखली अब्दुल्ला जेहाद (उम्र 24 वर्ष), जिला– जैसोर, के रूप में हुई।

पूछताछ में रोनी फ़कीर तथा अब्दुल्ला जेहाद दोनों ने अपनी पहचान बंगलादेशी नागरिक के रूप में बताई। आगे उन्होंने बताया कि, वे दोनों आपस में मित्र हैं तथा दोनों की पत्नियां सतखिरा मेडिकल कॉलेज में नर्स का कार्य करती हैं और वे दोनों अपने परिवार के साथ मेडिकल कॉलेज के नजदीक रहते हैं। आज 20 सिंतबर, 2021 को वे दोनों बॉर्डर (अंतर्राष्ट्रीय सीमा) देखने के उद्देश्य से भोमरा आये थे। लेकिन अन्जाने में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर गए, जब तक उन्हें इसका पता चलता तब तक बीएसएफ के जवानों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों बंगलादेशी नागरिकों को पूछताछ करने के बाद सीमा सुरक्षा बल ने मानवता और सद्भावना की मिसाल पेश करते हुए  बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) को सौंप दिया।

जवाहर सिंह नेगी, कमांडिंग ऑफिसर, 153 वीं वाहिनी ने बयान में बताया की भारत - बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा हैं तथा उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं भी हो रही हैं। साथ ही कुछ बांग्लादेशी नागरिकों के अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार और दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के आपसी सहयोग और सद्भावना के चलते बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के हवाले किया जा रहा हैं। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि, हम किसी भी हाल में अपने इलाके से घुसपैंठ नहीं होने देंगें।