सर्तकत जवान, एक करोड का सोना बरामद, दो गिरफ्तार

बीएसएफ ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दो ट्रक ड्राइवरों को 1.07 करोड़ के गोल्ड बिस्किट के साथ किया गिरफ्तार

बंगलादेश से ट्रक में 16 पीस सोने के बिस्किट ला रहे भारत, बीएसएफ ने ली तलाशी

न्यूज भारत, कोलकताः भारत में सोने की तस्करी कोरिडोर म्यामांर के रास्ते भूटान है। लेकिन वतर्मान में यह पश्चिम बंगाल का 24 परगना हो गया। सीमा सुरक्षा बल ने बीते 6 सितंबर को करीब दो दिन में बीएसएफ ने पकड़ लिया 15 करोड़ दो दिन में बीएसएफ ने पकड़ लिया 15 करोड़  से अधिक के सोने के बिस्कुट बरामद किए थे। वहीं अभी बरामद सोने से पता चल रहा है। पश्चिम बंगाल में अब सोने की तस्करी का कोरिडोर 24 परगना हो गया।

बीएसएफ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि 17 सितंबर 2021 को उत्तर 24 परगना जिले में तैनात दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को 16 गोल्ड बिस्किट के साथ पकड़ा। जिसका कुल भार 2239.910 ग्राम और कीमत रूपये 1,07,51,568/– हैं। यह दोनों व्यक्ति सीमा चौकी घोजाडांगा, 153 वीं वाहिनी, उत्तर 24 परगना जिले क्षेत्र से सोने के बिस्किट को बांग्लादेश से भारत लाने का प्रयास कर रहे थे।

बताया गया कि 17 सितंबर, 2021 को करीब 7.30 बजे  खुफिया जानकारी के आधार पर सीमा चौकी घोजाडांगा, 153 वाहिनी, सेक्टर कोलकाता, के जवानों ने आईसीपी घोजाडांगा में एक एंबुश लगाया था। एंबुश के दौरान, जवानों ने एक खाली ट्रक ( नंबर WB 15A 5263) को बांग्लादेश से अनलोडिंग कर आते देखा गया। जिस पर खुफिया जानकारी के आधार पर संदेह था। जैसे ही ट्रक आईसीपी घोजाडांगा में पहुंचा तो  जवानों ने ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को ट्रक से उतारकर, ट्रक की अच्छे तरीके से तलाशी ली। तलाशी के दौरान, ट्रक के केबिन से 3 पैकेट बरामद हुए, जिसमें से 16 गोल्ड बिस्किट बरामद हुए। उसी समय ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को जवानों द्वारा पकड़ लिया आ

और साथ ही ट्रक और सामान को भी पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान कमल हसन सरदार, उम्र लगभग 38 वर्ष, पिता–अब्दुल गनी सरदार, गांव–नकुआधा, डाकघर पानीतर, जिला– उतर 24 परगना, पश्चिम बंगाल बताया। जबकि  रज्जाक डाली, उम्र लगभग 76 वर्ष, पिता भादरा डाली, गांव–इटिंडा, डाकघर–इटिंडा, जिला–उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल, के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान कमल हसन सरदार ने बताया कि कल 16 सितंबर 2021 को लगभग 10 बजे वह ट्रक (WB 15A 5263) को आईसीपी घोजाडांगा ( भारत) से भोमरा (बांग्लादेश) लेकर गया था जहां ट्रक को मिलन मठ पार्किंग में अनलोड किया था। उसने बताया कि कल 16 सितंबर 2021 को, रिपोन मंडल (पिता फिरोज मंडल, गांव उत्तरपाड़ा, घोजाडांगा) ने उसे बोला कि बांग्लादेश में मिठू गाज़ी उर्फ इब्राहिम नाम का व्यक्ति उसे कुछ पैकेट देगा।  जिसे आते वक्त खाली ट्रक में लेकर आना और रिपोन मंडल को आईसीपी घोजाडांगा पार करने के बाद इच्छामति पार्किंग में देना था। कमल हसन सरदार ने बताया कि पहले उसने यह काम करने के लिए मना कर दिया। लेकिन रिपोन मंडल ने उसे इस काम के लिए 1000/- रुपए देने का वादा किया और उसने पैसे के लालच में इस काम को करने के लिए हां बोल दिया। कमल ने आगे बताया की आज सुबह 7:00 बजे मिट्ठू गाजी ( पिता–रहीम गाजी, गांव लक्ष्मीदारी, डाकघर– भोमरा, जिला– सतखीरा, बांग्लादेश) ने उसे सबुज साहेब पार्किंग में ब्राउन रंग की सेलो टेप से लिपटे हुए पैकेट दिए।  जिसे उसने अपने हेल्पर रज्जाक डाली को बिना बताए ट्रक के केबिन में रख दिया। जैसे ही वह आईसीपी घोजाडांगा पार कर रहा था तो सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने ट्रक की तलाशी के दौरान उसे पकड़ लिया। उसने बताया कि यह काम उसने पहली बार किया है। परंतु खुफिया विभाग के अनुसार पता चला है कि कमल हसन सरदार अक्सर सोने की तस्करी का काम करता रहा है। वह इस ट्रक के जरिए सोने की तस्करी, रिपोन मंडल के लिए करता है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान रज्जाक डाली ने बताया कि वह ट्रक में हेल्पर का काम करता है। उसने बताया कि वह कभी भी रिपोन मंडल से नहीं मिला। उसने बताया कि  वह इस सामान के बारे में कुछ नहीं जानता। पकड़े गए दोनों व्यक्तियों को, जब्त किए गए सामान के साथ कमिश्नर कस्टम परेवेंटिव, कोलकाता को सौंप दिया गया है।

जवाहर सिंह नेगी, कमांडिंग ऑफिसर, 153 वीं वाहिनी ने अपने जवानों कि उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है जिसमे 153 वीं वाहिनी के जवानों ने भारतीय ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को 16 गोल्ड बिस्किट के साथ पकड़ा है। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका हैं।