सर्तकता मानवता साथ साथ

तस्करों के मंसूबों को बीएसएफ ने किया नाकाम, 10.45 किलोग्राम चांदी की जब्त

न्‍यूज भारत, कोलकता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जहां भारत-बंगलादेश की सीमाओं की निगरानी में पूरी सर्तकता बरत रही है। वहीं सीमा पर बसे गांवों के लोगों के साथ मानवता की मिशाल भी पेश कर रहे हैं। सीमा पर चौकसी से जहां तस्‍करों के हौसले पस्‍त हो रहे हैं और नित नए तस्‍करों की गिरफ्तारी के साथ बरामदगी भी खूब हो रही है। वहीं सीमा पर बसे गांवों में किसी भी अनहोनी होने पर बीएसएफ के जवान सदैव ग्रामवासियों के साथ कंधा से कंधा मिलकार सुख दुख में साथ दे रहे हैं।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीएसएफ ने बताया कि 15 सिंतबर, 2021 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास से 10.45 किलोग्राम चांदी जब्त की है। जिसे तस्करी के उद्देश्य से सीमा चौकी कैजुरी, 153 वीं वाहिनी, उत्तर 24 परगना जिले के क्षेत्र से भारत से बांग्लादेश ले जाने का प्रयास था। मालूम हो कि 15 सिंतबर, 2021 को सीमा सुरक्षा बल की खुफिया विभाग की जानकारी के आधार पर सीमा चौकी कैजुरी, 153वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक वेदोपारा गांव के पास स्थित जंगल वाले इलाके में एक तलाशी अभियान चलाया। लगभग 1205 बजे प्राप्त सूचना के अनुसार तलाशी पार्टी को एक पेड़ के नीचे पुराने कपड़े में बांध कर कुछ समान छिपाया हुआ दिखाई दिया। जब तलाशी पार्टी ने संदिग्ध सामग्री को अच्छे तरीके से जांच किया तो उसके अंदर से 10.45 किलोग्राम चांदी बरामद हुआ। जिसकी अनुमानित कीमत 6,30,400/- रुपये है। जब्त किए गए चांदी को कस्टम ऑफिस तेतुलिया को सौंप दिया गया है।

जवाहर सिंह नेगी कमांडिंग ऑफिसर, 153 वीं वाहिनी ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि  जब्त चांदी के पीछे किसका हाथ है उसके लिए खुफिया विभाग काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की तस्करी को रोक पाना केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।

मानवता की मिशालः साँप काटी महिला को समय पर अस्पताल पहुँचाया बची  जान

नदिया जिले में तैनात बीएसएफ एक तरफ जहां तस्करो के हौंसले परस्त कर रहा है, वहीं मानवता की मिशाल पेश करते हुए बीएसएफ की 86 वीं वाहिनी के क्षेत्र में आने वाले के कुटीपरा गांव में 15 सिंतबर, 2021 शाम पांच बजे हुई। जब मीरा मंडल, पति का नाम विद्यान मडल नाम की 50 वर्षीय महिला घर का काम कर रही थी। अचानक उसे एक जहरीले साँप ने काट लिया। बॉर्डर आउट पोस्ट शिकारपुर के कंपनी कमांडर से जब परिवार वालों ने मदद की गुहार लगाई। उन्होंने बिना देर किए एक नर्सिंग सहायक के साथ बीएसएफ एम्बुलेंस को मीरा मंडल के घर भेज दिया।नर्सिंग सहायक ने प्राथमिक उपचार के उपरांत बेहतर इलाज के लिए उसे करीमपुर अस्पताल में भर्ती कराया। मरीज की हालत ठीक बताई जा रही है। मीरा मंडल के परिजनों ने सीमा सुरक्षा बल के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि अगर बीएसएफ ने सही समय पर मदद नहीं की होती तो साँप का जहर मीरा के पूरे शरीर में फैल जाता जिससे कुछ बड़ी अनहोनी भी हो सकती थी।

सुरेंद्र कुमार, कमांडिंग ऑफिसर, 86 वीं बटालियन ने कहा कि हमारे जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हैं। पिछले कुछ दिनों से साँप काटे की घटना लगातार सामने आ रही है। तस्करो के हौंसले परस्त करने के साथ साथ जवानों का जज्बा देखने लायक है जो मानवता की अनूठी मिशाल पेश कर रहे है।ऐसी स्थिति में बीएसएफ के जवानों ने मरीज़ों को सही समय पर अस्पताल पहुँचाकर उनका उपचार कराया और उनकी जान बचाई। अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में बीएसएफ के जवान लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है।

सतर्कता सीमा पर 550 नारियल पौधों के साथ  तस्कर धराय

उत्तर 24 परगना जिले में तैनात बीएसएफ के जवानों ने 16 सितंबर, 2021 को सीमा सुरक्षा बल ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत तस्करी के प्रयासों को विफल कर दिया। जवानों ने एक तस्कर को 550 नारियल के पौधों के साथ रंगे हाथ पकड़ा। जब्त पौधों की अनुमानित कीमत 55,000/- रुपये है। तस्कर इन सभी नारियल के पौधों को तस्करी के उद्देश्य से सीमा चौकी पानितार, 153 वीं बटालियन, उत्तर 24 परगना जिले के क्षेत्र से बांग्लादेश से भारत मे लाने का प्रयास कर रहे थे। 16 सितंबर, 2021 को  सीमा चौकी पानितार 153 वीं  बटालियन, सेक्टर  कोलकाता  के जवान दैनिक ड्यूटी पर थे। लगभग 0515 बजे जवानों ने कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों को देखा जो 3-4 बड़े बैग के साथ अंतराष्ट्रीय सीमा (बांग्लादेश से भारत)  की ओर बढ़ रहे थे। नजदीक आने पर जब जवानों ने तस्करों को चुनौती दिया तो वे वापस बांग्लादेश की तरफ भागने लगे लेकिन सतर्क जवानों ने उनका पीछा किया और उनमें से एक तस्कर को धर दबोचा। जब इलाके की सघन तलाशी ली गई तो 550 नारियल के पौधें बरामद हुए। पकड़े गए तस्कर की पहचान सन्यासी तरफदार, उम्र 46 वर्ष, ग्राम - घोजाडांगा ( दक्षिण पारा), थाना- बशिरहाट , जिला - उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पकड़े गए तस्कर ने बताया कि वह एक भारतीय नागरिक है और पिछले काफी समय से तस्करी में शामिल है। आगे उसने बताया कि 15 सितंबर, 2021 को उसने बांग्लादेशी तस्कर मो. अली से 550 नारियल के पौधों को अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास खरीदा था, इन पौधों को लेकर वह वापस भारत मे आने की कोशिश में था कि इससे पहले ही बीएसएफ ने उसे सभी पौधे के साथ पकड़ लिया जबकि बांग्लादेशी तस्कर वापस भाग निकले।  पकड़े गए तस्कर तथा जब्त सभी नारियल पौधे को अग्रिम कानूनी कार्यवाही हेतु कस्टम कार्यालय घोजाडांगा को सौंप दिया गया है।

जवाहर सिंह नेगी, कमांडिंग ऑफिसर ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की है, जिसमें जवानों ने 01 तस्कर को 550 नारियल पौधे के साथ पकड़ा हैं।  उन्होंने कहा कि यह उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर दिखाई गई सतर्कता के कारण ही संभव हो पाया है।  उन्होंने यह भी बताया कि वे अपने इलाके में किसी भी प्रकार की तस्करी होने नहीं देंगे।