भारत में आकर बनवाए 1000 रूपये में जाली पहचान पत्र
न्यूज भारत, कोलकता: बंगाल के नदिया जिले में तैनात सीमा सुरक्षा बल ने जिले के सीमावर्ती इलाके में एक भारतीय दलाल, दो बांग्लादेशी महिला व एक भारतीय पुरुष को गैर कानूनी तरीके से सीमा का उलंघन करने के आरोप में चार को हिरासत में ले लिया।
बीएसएफ ने जारी प्रेस विज्ञपित में बताया कि 14 सितम्बर की शाम को 54 वीं वाहिनी की सीमा चौकी विजयपुर और होरंडीपुर के जवानों ने खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर दो विशेष अभियानों में कुल चार लोगों को हिरासत में ले लिया। जिनमें चड्डक अली मंडल(32) और उसकी पत्नी सलमा खातून(23) को बांग्लादेश से भारत आते समय और हारून बिस्वास (32) नाम के दलाल और नादीयाफरीन टीना(23) को भारत से बंग्लादेश जाने के दौरान पकड़ा। चड्डक अली मंडल और हारून बिस्वास नदिया जिले के नैकुरा मुस्लिमपाड़ा और मलूवापडा गांव का रहने वाला है वही सलमा खातून और नादीयाफरीन टीना बांग्लादेश के झेनैदाह और रंगपुर जिले की रहने वाली है।
गांव के मेम्बर ने भारत में बनवाए 1000 रूपये में जाली पहचान पत्र
पूछताछ करने पर सलमा खातून ने बताया की 2016 में वह चड्डक अली के साथ तीन दिन के लिए भारत आई थी। उस दौरान अपने भारतीय पहचान संबंधित दस्तावेज तैयार कराकर वापस चली गई। आगे उसने खुलासा किया कि उसके पहचान पत्र बनाने में उसके चाचा अरमान मंडल और कुकरोड़ा गांव थाना चपरा, जिला नदिया के मेम्बर जिसका नाम संतू मंडल है ने 1000/ रूपये लेकर उसकी मदद की थी। अक्टूबर 2016 में उसने चड्डक अली से शादी कर लिया। आज वह बांग्लादेशी बप्पा हल्दर की मदद से सीमा पार कर रही थी। उसने दलाल को 10,000 रूपये भी दिए हैं । वही चड्डक अली मंडल ने बताया कि वह 2016 में बांग्लादेश गया था और उसने सलमा खातून से शादी किया, और वहीं काम करने लगा। तकरीबन एक साल पहले वह वापस भारत आ गया। आज वह अपनी पत्नी को सीमावर्ती इलाके से लेने के लिए आया था जोकि बांग्लादेश से आ रही थी। नादीयाफरीन टीना ने बताया कि उसने दीपू सरकार नाम के भारतीय पुरुष से 2017 में शादी किया था जोकि नैहटी में रहता है। आज वह अपनी मां से मिलने के लिए भारतीय दलाल हरून मंडल की मदद से बंग्लादेश जाने वाली थी। उसने दलाल को 1000/ रूपये सीमा पार करने के लिए दिए है। पकड़े गए दलाल हरून बिस्वास ने स्वीकार किया कि उसने दीपू सरकार से 1000 रूपये लिए हैं और उसकी पत्नी नादीयाफरीन टीना को बांग्लादेश में पहुंचाना था। गिरफ्तार किए गए सभी नागरिकों को सम्बंधित पुलिस थानों को सौंप दिया गया।
देशराज सिंह, 54 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने बताया कि भारत - बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही है। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों, दलालों और उनके सहयोगियों को मुश्किल का अनुंभव हो रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े भी जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं भी हो रही है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ में कई अहम बाते सामने निकल कर आ रही हैं जिनको पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ साझा किया जा रहा है ताकि देश के अंदरूनी इलाकों में गैर कानूनी तरीके से आकर रहने वाले लोगो के खिलाफ भी कार्यवाही की जा सके। आगे अधिकारी ने साफ तौर पर कहा कि हम अपने इलाके में किसी भी हाल में घुसपैठ नही होने देंगे।