सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी के खिलाफ चलेगा विशेष कार्यक्रम
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्त्र के राज्य पश्चिम बंगाल में मानव तस्करी की समस्या विकट है। पड़ोसी देश नेपाल और बंगलादेश में गरीबों की गरीबी का फायदा सीमा के उस पार से मानव तस्करी होता रहाता है। सीमा सुरक्षा बल ने सीमा से इस पार और उस पार से मानव तस्करी रोकने के लिए विषेश अभियान चला रहा है। इस अभियान के तहर एक समाजसेवी संगठन के साथ मिल कर एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीएसएफ ने बताया कि मानव तस्करी मानव अधिकारों के गंभीर उल्लंघन से संबंधित सामाजिक समस्या है। मानव तस्करी कानूनी व्यवस्था के बुनियादी सिद्धांतों और समाज के लोकतांत्रिक मानकों को कमजोर करती है। मानव तस्करी की समस्या से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी सामाजिक इकाइयों और संबंधित संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। 10 सितंबर 2021 को, डुआर्स एक्सप्रेस समाजसेवी संगठन (एनजीओ) और सीमा सुरक्षा बल के मानव तस्कर विरोधी इकाई, फुलबारी (जुमागाच) के सहयोग से पुलिस स्टेशन राजगंज, जिला-जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल) के चावलाटी सामुदायिक हॉल में मानव तस्करी के खिलाफ एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया । अभियान में लड़कियों और महिलाओं और सीमा सुरक्षा बल (ए.एच.टी.यू) कर्मियों सहित लगभग 100 स्थानीय लोगों ने भाग लिया। डुआर्स एक्सप्रेस (एनजीओ) के प्रतिनिधियों और सीमा चोकी फुलबारी की ए.एच.टी.यू टीम ने मानव तस्करी की रोकथाम पर जानकारी दी और स्थानीय लोगों में जागरूकता पैदा की। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं, बच्चों और वयस्कों की भारत से अन्य जगहों पर या इसके विपरीत तस्करी को रोकना था। स्थानीय लोगों ने अभियान/बैठक की सराहना की और उन्होंने एनजीओ और सीमा सुरक्षा बल के प्रति आभार व्यक्त किया।