बीएसएफ ने पीड़ित महिला को सही समय पर पहुंचाया अस्पताल, बची जान
न्यूज भारत, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुर्शिदाबाद जिले अंर्तराष्ट्रीय सीमा पर चुस्ती के कारण तस्करों नींद हराम कर दी है। वहीं पीडि़त मानवता की सेवा में भी बीएसएफ का कोई जवाब नहीं है। सीमा पर चौकसी के बाद भी अगर कोई पीडि़त को चिकित्सा सेवा चाहिए तो बीएसएफ के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ डंटे रहते है। बीएसएफ की 141 वीं बटालियन के क्षेत्र में आने वाले जालंगी गांव में 4 सितंबर, 2021 रात 08.30 बजे हुई। जब नसीमा बीबी, पति दिन मोहम्मद, गाँव-मधुबना, नाम की 38 वर्षीय महिला अपने घर में सो रही थी। अचानक रात को उसकी तबीयत खराब हो गयी। महिला के परिजनों ने बॉर्डर आउट पोस्ट मधुबना के कंपनी कमांडर को जब इस घटना की जानकारी दी। कंपनी कमांडर ने बिना देर किए एक नर्सिंग सहायक के साथ बीएसएफ एम्बुलेंस को नसीमा के घर भेज दिया और उसे इलाज के लिए डोमकल अस्पताल में भर्ती कराया। मरीज की हालत अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है। नसीमा के परिजनों ने सीमा सुरक्षा बल के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि अगर बीएसएफ ने सही समय पर मदद नहीं की होती तो कुछ बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
तस्कर फरार, तस्करी का भूरे रंग का नशीला पदार्थ 2.5 किलो किया जब्त
वहीं दूसरी ओर बीएसएफ की 35 वीं बटालियन की सीमा चौकी डीएमसी के इलाके में उस वक्त हुई जब तस्कर भारत से बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से भूरे रंग का नशीला प्रदार्थ पार करने की फिराक में थे। 5 सितंबर, 2021 को बीएसएफ के ख़ुफ़िया विभाग की पुख्ता सूचना मिली की कुछ तस्कर सीमा पार तस्करी की फिराक में हैं। सूचना के बाद बीएसएफ एर्लट होगई सुबह लगभग 03.30 बजे जवानों ने तस्करो की कुछ संदेहजनक गतिविधि देखी। बिना देरी किये जवानों ने इलाके की घेराबंदी शुरू की लेकिन जवानों को अपनी तरफ़ आता देख तस्कर अँधेरे और घनी झाड़ियों का सहारा लेकर भाग निकले। इलाके की अच्छे से जांच करने पर 2.5 किलो भूरे रंग का नशीला प्रदार्थ प्राप्त हुआ। जब्त सामग्री को बाद में अग्रिम कानूनी करवाई के लिए लालगोला पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया।
बीएसएफ के अधिकारियों ने अपने जवानों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उनके जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ लोगो की सुरक्षा भी पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ करते हैं। किसी भी अप्रिय घटना में जवान लोगो के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़े है। साथ ही उन्होंने कहा जवानों की सतर्कता और सूझबूझ से ही पूरे इलाके में तस्करी को रोकना संभव हो सका है।