लांघी सरहद की दीवार, बीएसएफ ने किया गिरफ्तार

18 व्यक्तियों को अंतराष्ट्रीय सीमा को लांघने पर किया गिरफ्तार

 एक को मानवता और सद्भावना के रूप में बीजीबी को सौंपा

न्‍यूज भारत, कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके में सीमा सुरक्षा बल ने तीन अलग-अलग मामले में में 01 भारतीय व 17  बांग्लादेशी नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया। जबकि मानवता के आधार पर व्‍याक्ति बंगलादेश के लिए बीजीबी को सौंप दिया है।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 03 सितम्बर, को 99 वीं वाहिनी की सीमा चौकी रनघाट की एक्शन टीम ने तकरीबन 10.15 बजे 06 बांग्लादेशी नागरिकों को गैर कानूनी तरीके से भारतीय सीमा में घुसते समय गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान  मोहमद मोनिर खलासी (उम्र 24 वर्ष), जिला– मादरीपुर,  सरीफूल इस्लाम (उम्र 23 वर्ष), जिला– मदारीपुर,  आकाश गोल्डर (उम्र 21 वर्ष),जिला– गोपालगंज,  बिमल चंद्र शील (उम्र 34 वर्ष), जिला– गाजीपुर, साजिब शेख(उम्र 23 वर्ष), जिला– गोपालगंज, इलियास हुसैन (उम्र 28 वर्ष), जिला– ढाका के रूप में हुई।

बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने दो दिन पहले किया गिरफ्तार, जमानत पर हुए थे रिहा

पूछताछ में मोहम्मद मोनिर खलासी और सरीफूल इस्लाम ने बताया कि वे अपना और अपने पिता के इलाज के लिए भारत आ रहे थे लेकिन बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने उन्हें दो दिन पहले गिरफ्तार कर लिया था।  कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आज फिर वो दोबारा भारत आ रहे थे। वहीं अन्य दो गिरफ्तार लोग अपने रिश्तेदारों से मिलने और काम की तलाश में भारत आ रहे थे।

वीजा की वैधता खत्म होने पर इलाज के लिया किया सीमा का उलंघन

इसके अलावा इलियास हुसैन ब्लड कैंसर से पीड़ित है और इलंगी रोड स्थित परतीप बनर्जी क्लिनिक में अपन इलाज करवा रहा है। इसी सिलसिले में 5-6 बार पासपोर्ट से भारत आया था। लेकिन उसका वीजा की वैधता खत्म होने के कारण वह गैर कानूनी तरीके से भारत आ रहा था। आगे सभी ने बताया कि वे बांग्लादेशी दलाल रबीउल और भारतीय दलाल हारून शेख व दीपांकर सरकार की मदद से भारत आ रहे थे और सभी ने 5000/ से 10000/ रूपये सीमा पार कराने के लिए दलालों को दिए हैं।  वहीं दूसरी घटना में रोनी टीकादार(उम्र 17 वर्ष)  व उज्ज्वल हल्दार (उम्र 18 वर्ष) को बीएसएफ ने सीमा का उलंघन करने की कोशिश में पकड़ा। रोनी टीकादार जो कि  उत्तर 24 परगना जिले के अकईपुर गांव का रहने वाला है और अपने नाना से मिलने के लिए बंग्लादेश जा रहा था और उज्ज्वल हल्दार बंग्लादेश के बारीशाल का रहने वाला है और वह काम कि तलाश ने भारत आने की कोशिश में बीएसएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया।

तीसरी घटना में 03 सिंतबर, 2021 को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 158 और 118 वीं वाहिनी, बीएसएफ के जवानों ने ड्यूटी के दौरान अलग अलग स्थानों से 10 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीके से सीमा पार करते वक्त पकड़ा जिनमें से कुछ भारत में आ रहे थे। वहीं कुछ बांग्लादेश की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में 03 पुरुष 05 महिला तथा 02 बच्चे शामिल है। जिनकी पहचान निम्नलिखित रूप में हुई है। मो. आलमगीर हुसैन, उम्र- 20 साल, मो. बचु मोल्ला, उम्र- 30 साल,  आसमा बेगम , उम्र- 40 साल, सपना , उम्र- 35 साल, हालिम सेख,उम्र- उम्र- 36 साल,  पोली बेग़म ,उम्र- 32 साल,  रेहाद शेख, उम्र- 06 साल ( पुत्र- पोली बेगम),  सुरैया, 06 साल (पुत्री-पोली बेगम),  मीता खातून , उम्र- 23 साल सम्पा खातून, उम्र- 22 साल ये सभी जिला सतखिरा, जेसोर तथा नोरैल के निवासी हैं। प्रारम्भिक पूछताछ के दौरान सभी ने अपने आप को बंगलादेश का नागरिक बताया है। इनमें से कुछ व्यक्ति काम की तलाश में भारत आने की कोशिश कर रहे थे और कुछ व्यक्ति भारत से बांग्लादेश अपने परिवारों को मिलने के लिए जा रहे थे। यह सभी अवैध तरीके से सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इन सभी को पकड़ लिया। इनमें से कुछ व्यक्ति इस इलाके के दलाल की मदद से सीमा पार कर रहे थे। गिरफ्तार  किए गए 17 व्यक्तियों को अपने अपने इलाके से  संबंधित पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया हैं। इसके अलावा इलियास हुसैन को मानवता और सद्भावना के चलते बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के हवाले कर दिया गया।

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बयान में बताया की भारत - बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों को काफी मुश्किल का अनुंभव हो रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं हो रही हैं । साथ ही कुछ बांग्लादेशी नागरिकों के अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार और दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के आपसी सहयोग और सद्भावना के चलते बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के हवाले किया जा रहा हैं। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा की हम किसी भी हाल में अपने इलाके से घुसपैठ नही होने देंगे।