प्रहरी बने फरिश्ता, युवती के आत्‍महत्‍या की कोशिश नाकाम

न्‍यूज भारत, कोलकता : सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) ने सीमा की चौकसी के साथ-साथ मानव सेवा में भी अपना फर्ज निभाते हुए नदी में कूदकर आत्‍महत्‍या करने जा रही युवती को फरिस्‍ता बनकर बचा लिया।

मालूम हो कि बीएसएफ 117 बटालियन के क्षेत्र में आने वाले बार्डर आउट पोस्ट राजानगर क्षेत्र के रानीनगर गांव में 02 सितम्बर, 2021 की सुबह करीब 4.45 बजे एक युवती नदी की रोते हुए जा रही थी। गंगा नदी के पास पहुंचकर (काल्पनिक नाम) बिनी मंडल  13 वर्षीय युवती ने गंगा नदी में कूदकर जान देने की कोशिश की। नदी के पास के ही इलाके में बीएसएफ के जवान गश्त ड्यूटी कर रहे थे। जवानों ने देखा कि एक बालिका नदी की ओर रोते  हुए जा रही है। बीएसएफ के जवानों को उसकी मंशा गलत होने का अनुभव होते ही जवानों ने तेजगति से पहुंचकर युवती को नदी में कूदने से पहले ही युवती को पकड़ लिया और युवती के आत्महत्या करने के उसके प्रयास को विफल कर दिया। बाद में राजानगर बॉर्डर आउट पोस्ट के कंपनी कमांडर ने युवती को भविष्य में ऐसी गलती न करने की सलाह दी। बाद में बालिका को उसके माता-पिता को सकुशल सौंप दिया गया। युवती का परिवार भी चारों तरफ तलाश कर रह था।  जब युवती के पिता को इस बात का पता चला तो उसने कंपनी कमांडर का आभार जताया और बताया कि अगर बीएसएफ के जवानों ने सही समय पर पहुंचकर युवती की जान नहीं बचाई होती तो कुछ बड़ी अनहोनी हो सकती थी।

117 बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कैलाश सिंह मेहता ने कहा कि हमारे जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हैं|   बीएसएफ के जवान किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं।