सपना अधूरा, दलालों के चंगुल से बची तीरा

दलालों ने डांसर बनाने का झांसा देकर नाबालिक बंगलादेशी लड़की को बेचने की  रची थी साजिश

नाटकीय ढंग से जाल बिछाकर बीएसएफ ने भारतीय सीमा में दो दलालों को किया गिरफ्तार

जवानों पर हमला कर घुसपैठ कराने की थी कोशिश नाकाम दलालों के मंसूबे धराशाही

प्रेरणा प्रसाद, सिलीगुड़ी

सपनों की दुनियां में जीने का हौसला सभी को होता है। उसी सपनों की चाहर कभी पूरे होते हैं और कभी अधूरे। यहीं हाल बंगलादेश की 17 वर्षीय तीरा अख्तर का है जो बंगलादेश में टीक-टाक बाद भारत में बेहतर डांसर बनने का सपना लेकर नदिया जिले के भारत-बंगलादेश की सरहद को अवैध रूप से पार करने में पकड़ी गई। तीरा को भारत में प्रवेश कराने के लिए सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) के जवानों पर हमले की योजना बनाकर प्रेवश दिलाना चाहते थे। लेकिन जवानों की सर्तकता के कारण तीरा पकड़ी गई और सभी भाग निकले। हलांकि तीरा के बयान के बाद बीएसएफ ने जाल बिछा कर दो दलालों को दबोचने में कामयाबी हासिल की पर तीरा के सपने अधूरे रह गए।

बीएसएफ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 31 अगस्त, 2021 को तकरीबन 04.10 बजे 08 वीं वाहिनी की सीमा चौकी झोरपाड़ा के सतर्कता के साथ जवान तैनात थे। उसी दौरान सीमा पार से करीब 12 से 15 लोग सीमा पार करने की कोशिश करते हुए देखे गए। बीएसएफ के जवानों ने उन्हें रुकने को कहा, लेकिन वो लोग रुकने की बजाय जवानों को धारदार हथियार दिखाते हुए गाली देते हुए आगे बढ़ने लगे। जिन्हें भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए जवान को मजबूरन हवाई फायर करना पड़ा। फायर की आवाज सुनकर सभी घुसपैठिए वापस बंग्लादेश भाग निकले। जवानों ने पीछा कर एक लड़की को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में लड़की ने अपना नाम तीरा अख्तर(उम्र 17 वर्ष)(काल्पनिक नाम) बताया जो की बांग्लादेश के जिला ढाका की रहने वाली हैं।

मां की बात को अनसुना करना युवती को पड़ा महंगा

तीरा अख्तर (काल्पनिक नाम) ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उसे नृत्य करने का शौक है, और वह टिक टोक पर वीडियो भी बनाती है। अपनी इस प्रतीभा को और बेहतर निखारने के लिए उसी की कालोनी में रहने वाले बादशाह और उसकी पत्नी से मिली। जो कि नृत्य प्रतियोगिता के लिए लड़कियों की तलाश कर रहे थे। उसने बादशाह से नृत्य कलाकार बनाने के लिए आग्रह भी किया। जिसके कुछ दिन बाद बादशाह ने उसे भारत में बड़े स्तर पर नृत्य करने की पेशकश की। हालाकि उसकी माँ ने हाल ही के दिनों में सीमा पर हो रहे अपराधों को देखते हुए उसे भारत में न जाने की सलाह दी। लेकिन उसने अपनी माँ की सलाह को ना मानते हुए चोरी से बादशाह के साथ भारत आने के लिए तैयार हो गई। बादशाह उसे पायल नाम की लड़की और बाकी लोगों के साथ भारत भेज रहा था। लेकिन बीएसएफ ने जब फायर किया तो पायल के साथ बाकी सभी वापस भाग गये।

नाटकीय तरीके से उलझा दलाल को दबोचा

तीरा अख्तर से जब पूछताछ की जा रही थी तभी उसके मोबाइल पर पूजा का फ़ोन आया। उसी दौरान वहां मौजूद बीएसएफ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की महिला प्रहरी ने एक राहगीर के तौर पर बात की। उसे दत्तापुलिया बाजार से तीरा अख्तर को ले जाने के लिए कहा। पूजा ने उन्हे बाकूल मंडल का मोबाइल नंबर दिया। जब राहगीर बनी बीएसएफ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की महिला ने बाकुल मंडल से बात की तो बाकुल मंडल ने अपने एक रिश्तेदार को दत्तापुलिया तीरा अख्तर को लेने के लिए भेजा। जिसे दातापुलिया पहुंचने पर बीएसएफ ने दबोच लिया। जिसकी पहचान जसीम मंडल, पिता का नाम बब्लू मंडल, गांव कोलितपुर, थाना पट्रापोल, जिला-उत्तर 24 परगना के रूप में हुई।

जाल बिछाकर मुख्य आरोपी को भी पकड़ा

बीएसएफ के जाल में फंसकर जसीम मंडल तो पकड़ गया, लेकिन मुख्य आरोपी बाकूल मंडल अभी भी गिरफ्त से बाहर था औ उसे पकड़ने की योजना बनाई गई। योजना के तहत बाकूल मंडल से फ़ोन पर राहगीर बनी बीएसएफ महिला ने 10,000/ रूपये के एवज में तीरा अख्तर और जसीम मंडल दोनो को छोड़ने की बातचीत की गई। जब बाकुल मंडल दोनों को छुड़ाने के लिए दत्तापुलिया पहुंचा तो जवानों ने उसे भी दबोच लिया। जिसकी पहचान बाकुल मंडल, गांव- पूर्व जयनगर, जिला उत्तर 24 परगना के रूप में हुई। पूछताछ में जसीम मंडल ने बताया की वह पेट्रापोल में अपने भाई के साथ मनी एक्सचेंज का काम करता है साथ ही पेट्रापोल चालक संगठन में चालक भी है। आगे उसने बताया कि  बाकूल मंडल ने उससे कहा कि आप मेरे रिश्तेदार को दत्तापुलिया से ले आओ मैं  तुम्हे 1000/ रूपये दूंगा। आगे उसने बताया कि बाकूल मंडल पूजा और बादशाह नाम के जोड़े के संपर्क में हैं जो कि हैदराबाद में रहते हैं और मानव तस्करी में लिप्त हैं।

 वही बाकूल मंडल ने बताया कि वह पूजा नाम की लड़की को जो उसी के गांव की रहने वाली है। जिसने बांग्लादेशी नागरिक बादशाह से शादी कर रखी है और दोनो हैदराबाद में रहते हैं। पूजा बांग्लादेशी दलालों की मदद से बांग्लादेश से लड़किया मंगवाती है। वह उन्हे सीमावर्ती क्षेत्रों से पूजा के पास उसके घर या हैदराबाद पहुंचाता है। आगे उसने खुलासा किया कि पूजा और उसका पति बादशाह उन लड़कियों को मानव तस्करी में धकेल देते हैं । आगे उसने स्वीकार किया  पूजा उसे तीन से चार हजार एक लड़की के लिए देती है और वह इस प्रकार का काम लंबे समय से कर रहा है। छानबीन के दौरान यह पाया गया की बाकूल मंडल के फोन में 18 से 20 वर्ष की अनेकों लड़कियों की तस्वीरें है और उसके फोन में लड़कियों के लाने ले जाने के सम्बन्ध में कई वॉयस रिकॉर्डिंग भी मिली। गिरफ्तार किए गए लोगों को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस थाना धनतला के हवाले कर दिया गया हैं।

सीओ ने कहा, अपराध का करेंगे खात्‍मा

जवानों की इस बेहतर कार्रवाई के बावत 08 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर संजय सिंह ने बताया की भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधो में लिप्त व्यक्तियों, दलालों और उनके सहयोगियों को मुश्किल का अनुंभव हो रहा हैं। उनमें से कुछ पकड़े भी जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाए हो रही है। आगे अधिकारी ने बताया की गरीब और जरूरतमंद लड़कियों को अच्छे काम दिलाने और बड़े सपने दिखाकर दलाल उन्हे देहव्यापार जैसे घिनौने कामों में धकेल कर भोली भाली लड़कियों की जिंदगी खराब कर रहे  है। सीमान्त मुख्यालय ने इस तरह के जधन्य अपराधो पर लगाम लगाने के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर मानव तस्करी के संदिग्ध इलाको में तैनात किया हैं जो अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे है।