घुसपैठ का भंडाफोड, बीएसफ की मानवता बनी मिशाल

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 15 बांग्लादेशी को अवैध तरीके से सीमा पार करते समय किया गिरफ्तार

तस्करो की कोशिश विफल, एक बांग्लादेशी तस्कर को मवेशियों के साथ बीएसएफ ने धरा

सीमा पर सुरक्षा, मानवता में बीएसएफ ने सर्पदंश घायल महिला को समय पर अस्पताल पहुंचाया

न्‍यूज भारत, कोलकता : भारत-बंगलादेश की अंर्तराष्‍ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कठिन चुनौतियों के बीच सीमा रखवली के साथ-साथ मानवता की मिशाल पेश कर रहा है। अपनी चौकसी के कारण जहां अवैध घुसपैठ पर नकेल कसी जा रही है। सीमा पर बसे गांवों को किसी भी तरह की आपदा आने पर 24 ×7 और 365 दिन उनके साथ उनकी सेवा में लगे हैं। जिससे किसी भी घायल को सीमा से समय पर अस्‍पताल पहुंचाने और पीडि़त मानवता की सेवा में भी अव्‍वल साबित हो रहे हैं।

 सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) कोलकता से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 19 अगस्त, 2021 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत जवानों ने अलग अलग स्थानों से 15 बांग्लादेशी नागरिक को अवैध तरीके से सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया। जिसमें चौकी हकीमपुर 112 वाहिनी,  सीमा चौकी घोजाडंगा 153 वाहिनी और सीमा चौकी समशेरनगर, 118 वाहिनी, उत्तर 24 परगना के इलाके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। 19 अगस्त, 2021 को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेक्टर कोलकाता के इलाके में बीएसएफ के जवानों ने ड्यूटी के दौरान अलग अलग स्थानों से 15 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीके से सीमा पार करते वक्त पकड़ा जिनमें से कुछ भारत में आ रहे थे और कुछ बांग्लादेश की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में 14 पुरुष के साथ साथ 01 महिला भी  शामिल है। जिनकी पहचान निम्नलिखित रूप में हुई है। मनीरूल इस्लाम गाजी, मामून गाजी, मीता सरदार (महिला उम्र 42 वर्ष), सेदुल इस्लाम राजू ( उम्र 53 वर्ष),  मासूम बिला,  रियाजुल इस्लाम, सकीम मोला, रेबुल इस्लाम ,  मोहम्मद इस्लाम हसन, मामुन गाजी, अलामीन गाजी,  मंटो मोल्ला और मोहम्मद साफिरूल इस्लाम शामिल हैं और ये सभी जिला सतखिरा , बांग्लादेश के रहने वाले है। जबकि मोहम्मद  नसीर शैक, जिला - गोपालगंज बांग्लादेश,  मोहम्मद रोनी मिया, भी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। प्रारम्भिक पूछताछ के दौरान सभी ने अपने आप को बंगलादेश का नागरिक बताया है। इनमें से कुछ व्यक्ति काम की तलाश में भारत आने की कोशिश कर रहे थे और कुछ व्यक्ति भारत से बांग्लादेश अपने परिवारों को मिलने के लिए जा रहे थे। यह सभी अवैध तरीके से सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इन सभी को पकड़ लिया। इनमें से कुछ व्यक्ति इस इलाके के दलाल की मदद से सीमा पार कर रहे थे। पकड़े गए सभी बंगलादेशी नागरिकों को उनके सभी सामान के साथ संबंधित पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है। इस मामले को लेकर 112 वीं वाहिनी और 153 वीं वाहिनी और 118 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है जिसके परिणामस्वरूप 15  बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।

एक बांग्लादेशी तस्कर को मवेशियों के साथ बीएसएफ ने धरा

  वहीं 19 अगस्त, 2021 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत बीएसएफ के सतर्क जवानों ने सीमा चौकी खंडवा, 78 वीं वाहिनी के इलाके से एक बांग्लादेशी तस्कर को 02 मवेशियों के साथ उस समय दबोच लिया, जब वह गंगा नदी पार कर बांग्लादेश में पशु की तस्करी करने की कोशिश कर रहा था। लगभग  06.15 बजे, बीएसएफ के खुफिया शाखा के सूचना पर एक  बांग्लादेशी तस्कर को 02 मवेशियों के साथ सीमा चौकी खंडवा के इलाके मे गंगा नदी के  रास्ते पार कर बांग्लादेश में जाने वाला है। जिसकी सूचना तत्कालित प्रभाव से कम्पनी कमांडर, सीमा चौकी खंडवा को साझा की गई और उन्होंने  तत्काल एक बोट के साथ एक टीम का गठन किया गया, और संदिग्ध इलाके में चेकिंग के लिए भेज दिया। इसके बाद तुरंत कार्यवाही करते हुए बीएसएफ बोट पार्टी ने  नदी में तस्कर को  घेर लिया और एक बांग्लादेशी तस्कर को गिरफ्तार कर  साथ ही 02  मवेशियों को बचा लिया गया। पकडे गए तस्कर से पूछताछ के दौरान उनकी पहचान मोहम्मद वसीम अकरम, पिता– मजहरूल इस्लाम, ग्राम– ठुटापार, पोस्ट– सहापारा थाना शिवगंज, जिला–चपाईनवाबगंज,  बांग्लादेश के रूप में हुई।  तस्कर ने बताया की वह साकिद  से , धुलियां ग्राम  में मिला । जहां साकीद ने उसे ये कैटल भारत से बंगलादेश में पार करने के उपरांत उसे 25,000/- बांग्लादेश मुद्रा देने का वादा किया।  जिसमें से उसे पहले ही 800/- नगद मिल चुके थे और बाकी बची हुई रकम उसे यह कैटल बंगलादेश में सागरी जोकि थुटापारा का रहने वाला है उसे सौंपने के बाद मिलते । तस्कर ने बताया की वे जब भी तस्करी की योजना बना रहा था तो बीएसएफ की सतर्क ड्यूटी को देखकर हिम्मत नही होती थी। आज जैसे ही मवेशियों को तस्करी के लिए नदी में डाला बीच नदी में मुझे बीएसएफ ने आकर पकड़ लिया। गिरफ्तार बांग्लादेशी तस्कर को ज़ब्त किए हुए सामान के साथ पुलिस स्टेशन लालगोला मे अग्रिम कार्यवाही हेतु सौंप दिया गया। इस बावत विश्वबंधु, कार्यवाह कमांडिंग ऑफिसर, 78 बटालियन ने बताया कि उनके इलाके में मवेशी तस्कर बाढ़ का फायदा उठाकर तस्करी करने का प्रयास करते हैं लेकिन बीएसएफ के सतर्क जवान तथा आधुनिक रात्रि कैमरे की मदद से इनके मंसूबे धराशाई कर दिए जाते हैं।

तालों की तस्करी करते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने 19 अगस्त, 2021 को 01 तस्कर को 55 लॉक (तालों) के साथ गिरफ्तार किया । जब्त वस्तुओं की अनुमानित कीमत 4400/ रुपए हैं।  इन सभी तालों को उत्तर 24 परगना जिले के सीमा चौकी हाकीमपुर क्षेत्र से तस्करी के माध्यम से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। गिरफ्तार व्‍यक्ति को जवानों ने उसे उक्त तालों के साथ पकड़ लिया और जब्त तालों को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन स्वरूपनगर को सौंप दिया गया है | नारायण चंद, कमांडिंग ऑफिसर, 112वी वाहिनी ने अपने जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप तस्करी की कोशिशों को नाकाम करते हुये  01 तस्कर को गिरफ्तार किया तथा 55 लॉक ( ताला) जब्त की गई । उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।

सुरक्षा के साथ मानवता की मिशाल, सर्पदंश महिला को अस्‍पताल पहुंचाया

भारत-बंगलादेश की सीमा पर तैनात बीएसएफ की 141 वीं बटालियन के क्षेत्र में आने वाले मुर्शिदाबाद जिले के शंकरपारा गांव में 19 अगस्त, 2021 शाम 1620 बजे हुई, जब रुपाली नाम की 29 वर्षिय महिला अपने खेत में काम कर रही थी उसे एक जहरीले सांप ने काट लिया। बॉर्डर आउट पोस्ट मधुबना के कंपनी कमांडर को जब इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने बिना देर किए एक नर्सिंग सहायक के साथ बीएसएफ एम्बुलेंस को रुपाली के घर भेज दिया। तुरन्त प्राथमिक चिकित्सा देने के पश्चात,  उसे इलाज के लिए सदिखान अस्पताल में भर्ती कराया। मरीज की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। रुपाली के पति उमर फारूक ने सीमा सुरक्षा बल के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि अगर बीएसएफ ने सही समय पर मदद नहीं की होती तो सांप का जहर उसकी पत्नी के पूरे शरीर में फैल जाता और उसकी मौत भी हो सकती थी। अरविंद कुमार, कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर, 141 बटालियन ने कहा कि हमारे जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हैं।  किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में बीएसएफ के जवान, लोगो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है।