दोस्‍ती, प्‍यार और फिर बाजार

 बीएसएफ 112 को सानिया ने सुनाई अपनी दर्द भरी दास्‍तां

अवैध तरीके से बंगलादेश में घुसने की कर रही थी कोशिश

भारत में आने के बाद जबरन देह व्यापार में धकेली गई बेगम

पवन शुक्‍ल, सिलीगुड़ी/कोलकाता

पति की सड़क हादसे में मौत के बाद बेसहार हुई सानिया बेगम को एक सहारे की जरूरत महसूस हुई। उससे उसी दौरान पास के ही लालू शेष से दोस्‍ती हुई और धीरे-धीरे दोस्‍ती परवान चढ़ते हुए प्‍यार में बदल गई। सानिया पर लालू का प्‍यार इस कदर चढ़ा कि वह उसके हर फैसले को मानने लगी। फिर लालू ने मौका देखकर उसे भारत में अच्छी नौकरी दिलाने वादा किया। प्‍यार में पागल सानियां ने लालू की बात को स्‍वीकार करते हुए अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गुजरात चली गई। जहां वह कुछ दिन किस के घर में नौकरी करने लगी। बाद में लालू उसे देह व्‍यापार के धंधे के लिए बहला फुसलाया जब वह तैयार नहीं हुई तो उसे जबरन (बेशु चौकरी) वैश्यालय, सूरत, गुजरात में भेज दिया। जिस्‍म के रोज होते सौदे से तंग आकर वह उस कीचड़ से निकलने का फैसला करते हुए बंगला देश का रूख किया। भारत-बंगलादेश की अंर्तराष्‍ट्रीय सीमा को अवैध रूप पार करने के दौरन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

बीएसएफ ने बताया कि 03 अगस्‍त, 2021 को, दक्षिण बंगाल सीमांत के तहत सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने 03 बांग्लादेशी नागरिकों (मां व दो बच्चे) को पकड़ा, जब वे अवैध रूप से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। यह सभी उत्तर 24 परगना में तैनात 112 बीएन बीएसएफ के बॉर्डर आउट पोस्ट अमोदिया क्षेत्र से भारत से बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थी। उसी दौरान 03 अगस्‍त, 2021 को लगभग 3.00 बजे सीमा चौंकी अमुदिया, 112 वाहिनी , सेक्टर कोलकाता के जवान अपनी नियमित गश्त ड्यूटी कर रहे थे। गश्त दल ने कुछ संदिग्ध गतिविधि देखी, जो भारत की ओर से बांग्लादेश की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ पार्टी ने उन्हें रोक कर उनका पहचान पत्र मांगा, वे अपनी पहचान साबित करने  विफल रही। इसके अलावा उसने कोई कानूनी दस्तावेज पेश नहीं कर सकी फिर पार्टी ने तुरंत उन्हें पकड़ लिया। पकड़े गई महिला की पहचान सानिया बेग़म, आयु 28 वर्ष (काल्पनिक नाम) पुत्र राशिद शेख, उम्र 5 वर्ष,(काल्पनिक नाम) व सबसे छोटा बेट अक्षत शेख, उम्र  2 वर्ष (काल्पनिक नाम) जो बांग्लादेश के,जिला-नरैल, रूप में हुई है।

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सानिया बेग़म (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह बांग्लादेश की नागरिक है। करीब 02 साल पहले उसके पति की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी और बेसहारा हो गई। कुछ समय बाद वह बांग्लादेशी नागरिक लालू शेख ने दोस्‍ती की और फिर सानिया उससे प्यार करने लगी। लालू ने उसे प्‍यार में झांसा देते हुए वादा किया कि वह उसे भारत में अच्छा काम दिलवाएगा और उसे अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत ले आया। उसने बताया कि वह (संतोष पाण्डेय) रिद्धि सिद्धि बिल्डिंग, पंडिसारा, सूरत, गुजरात में रही। उसने बताया कि कुछ महीने उसने किसी के घर में काम किया और उसके बाद लालू ने उसे पहले समझाया और नहीं मानने पर उसे जबरदस्ती वेश्यावृत्ति के लिए (बेशु चौकरी) वैश्यालय, सूरत, गुजरात में भेज दिया। लगभग 4 महीने वेश्यावृत्ति की आग में जलने के बाद इस घिघौने काम ना करने का फैसला लेते हुए मना कर वापस अपने घर जाने का फैसला लिया। घर वापसी के दौरान 3 अगस्त, 2021 को वह भारतीय दलाल बुल्ला मंडल और मल्लिका की मदद से सीमा को अपने दो बच्चों के साथ अवैध तरीके से पार कर बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रही थी की सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे पकड़ लिया। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को थाना स्वरूपनगर को सौंप दिया गया है।

जवानों की इस सफलता को देखते हुए 112 वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर श्री नारायण चंद्र, ने अपने जवानों कि उपलब्धियों पर खुशी व्यक्ति की है। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके सैनिकों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सकता है। उन्होंने बताया कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने मानव तस्करी के विरुद्ध एक सख्त रुख अपनाया हुआ है, जिसमें हमारी बटालियन उनका भरपूर साथ दे रही है।