बीएसएफ की वर्दी में ठग गिरफ्तार

स्थानीय लोगों से बीएसएफ जवान बताकर ठगी करते हुए पकड़ा गया

न्‍यूज भारत, अगरतल्‍ला( त्रिपुरा) : भारत-बंगलादेश के सीमा क्षेत्रों में बीएसएफ की हनक दिखाकर लोगों से पैसे की ठगी करने वाले एक युवक को बीएसएफ ने कुमारघाट के बाजार से संदिग्‍ध उत्तम चकमा को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाहीके लिए भेज दिया।

बीएसएफ त्रिपुरा ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि 26 जून 2021 को करीब 3 बजे के आसपास सफेद टी/शर्ट (बीएसएफ लोगो वसले) उत्तम चकमा ने खुद को बीएसएफ में एक मेजर के रूप में तैनात हाने की बात कही। उक्‍त संदीग्‍ध ने उत्तर पाबिरचेरा, थाना कुमारघाट में मांस की दुकानदार को 15 किलो चिकन मांस देने का अनुरोध किया। पुन: वह दुकानदार से 2000 लिया और मांस लेने के समय वापस करने की बात कही। जबकि 15 किलो चिकन मांस की कीमत 3,450 हुईथी और उसका भी भुगतान दुकानदार को नहीं किया। वहीं उसने पैसे लेने के बाद उसने अपना मोबाइल फोन नंबर 9362675219 देते हुए कहा कि मांस तैयार होने पर फोन कर देगा। काफी देर बाद जब आरोपी मेजर नहीं लौटा और ना ही उसका फोन भी नहीं लगा। उत्तम चकमा 2,000 नकदी के अलावा 15 किलोग्राम चिकन मांस की कीमत का भुगतान किया। फिर दुकानदार ने इस संबंध में दुकानदार की लिखित रिपोर्ट पर कुमारघाट थाना पुलिस ने आईपीसी अधिनियम 1860 की धारा 419 एवं 420 के तहत प्राथमिकी संख्या 0049/21 दिनांक 08 जुलाई 2021 दर्ज कराया है। वहीं 07 जुलाई 2021 (शाम) को, बीएसएफ टीम जब ने कुमारघाट मार्केट में घूम रही थी उसी दौरान संदीग्‍ध बीएसएफ उत्तम चकमा टी/शर्ट में उपरोक्त व्यक्ति को देखा गया। बीएसएफ के जवानों ने जब प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, उसने उत्तम चकमा पुत्र धर्मबिजॉय चकमा निवासी योगेंद्र काराबारी पारा, लालजुरी, जिला के रूप में अपनी पहचान बताई।  जांच के बाद उसके मोबाइल में बीएसएफ की वर्दी में कुछ तस्वीरें भी थीं। बीएसएफ को जब यकीन हो गया उत्तम चकमा बीएसएफ का जवान नहीं है तो उसे आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। क्योंकि संदिग्ध अनधिकृत वर्दी पहने हुए स्थानीय लोगों को बीएसएफ जवान के रूप में दिखाने और धोखा देने की दृष्टि से वर्दी में दिखा। जब पुलिस ने  मामले की जांच के दौरान धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ जिस पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। पूछताछ में यह पता चला है कि उसने पहले भी अक्टूबर 2019 के पुलिस आउट पोस्ट बटाला, त्रिपुरा पश्चिम में धोखा देने के लिए गिरफ्तार किया गया था। बेरोजगार युवाओं को सशस्त्र बलों में नौकरी के लिए पैसे देने के लिए  बोला था । इसी तरह उसने जून 2021 के महीने में जीआरपी, अंबासा रेलवे स्टेशन ने बीएसएफ की वर्दी पहने घूमते हुए पकड़ा था। बीएसएफ त्रिपुरा ने सभी नागरिकों को इस व्यक्ति द्वारा इस तरह के प्रयासों के प्रति सतर्क रहने के लिए कहा है। इसके अलावा मामले की जांच की जा रही है।