बदलता शहरः तरक्की की सीढ़ियों पर गोरखपुर, बनेगा सिंगापुर

जून में खाद कारखाना होगी पूरी, एम्स की खामियों भी होगी दूर

पूर्वांचल को प्रोग्रेसिव हब बनाने की भरपूर कोशिश कर रहे योगी

हर रुकावट को कर रहे दूर, संसाधन उपलब्ध करा रहे भरपूर

एसपी सिंह, गोरखपुर

मिशन मोड में हर वक़्त रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अथक कोशिशों ने पूरब की आबो हवा में नए सपनों के संचार को गूंथ दिए हैं। तरक्की के पैमाने पर जितने भी मानक होते हैं उन सभी को पूरा करने का वृहद अभियान में विकास की गाड़ी सरपट दौड़ रहा है। चाहे पर्यटन, मनोरंजन, स्वास्थ्य, रोजगार, व्यापार से लगायत सुगम यातायात की परियोजनाओं में बिंदुवार दिलचस्पी ले रहे मुख्यमंत्री के कारण ही गोरखपुर चरणबद्ध सीढ़ियां चढ़ रहा है। कहने वाले ये कहने से भी नहीं चूक रहे कि अगर योगी के सभी सपने सच हो गए तो इस शहर को कोर्इ भी सिंगापुर बनने से कोई नहीं रोक पाएगा।

केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीबी देवगौड़ा के साथ खाद कारखाने की 8000 करोड़ की परियोजना का बारीकी से जायजा लेने के बाद योगी ने संकेत दिए कि जून अंत तक यह परियोजना पूरी होने जाएगी। एम्स के गुणवत्ता पूर्ण संचालन के लिए रह गईं खामियों को दूर किया जा रहा है। प्लास्टिक पार्क का प्रोजेक्ट फाइलों की कैद से छूट कर धरातल पर कभी भी उतर सकता है। मेट्रो परियोजना का शुभारंभ भी निकट है। उम्दा सड़कों का बढ़ता जाल अब हर नकारात्मक सवाल का तगड़ा जवाब बन गया है। टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किए गए रामगढ़ताल का साथ निभाने के लिए चंद रोज में ही प्रदेश का सबसे भव्य चिड़ियाघर भी खुल जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बाद पूर्वांचल विकास को लेकर जो रिक्तता आयी थी उसे बेहद प्रभावशाली तरीके से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरा किया है।

विकास के तकरीबन सभी आयामों में जिस तरह से निर्माण कार्यों का घोड़ा दौड़ रहा है उससे कोई भी अंदाज़ लगा सकता है कि बहुत जल्द गोरखपुर, पूर्वांचल के अन्य जिलों के लिए प्रोग्रेसिव हब बन जाएगा। और तेजी से बदल रही इस तस्वीर के असली नायक योगी आदित्यनाथ बनकर उभरे हैं।