मिशन-2021 की पहली रैली, अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में योगी ने भरी हुंकार
लव जिहाद, आतंकवाद, घुसपैठ, गौ-तस्करी व सीएए पर ममता का दी चुनौती
10 से 12 रैलियों के माध्यम से बंगाल में कमल खिलाएंगे यूपी के मुख्यमंत्री
लोकसभा चुनाव 2019 में बारासात में मंच से उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को ललकारा कि अमित शाह की रैली के दौरान की गई हिंसा 'ममता' की आखिरी गलती है। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया कि भाजपा से भयभीत ममता बंगाल में सभाओं के मंच तोड़कर, मजदूरों को पीटकर, रैलियां रद्द करवाकर बंगाल को क्या बनाना चाहती हैं? याद रखिये, बंगाल भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने लिखा कि 'बगदादी' से प्रभावित होकर 'बगदीदी' बनने का आपका सपना भारत मां के सच्चे सपूत वोट की चोट से तोड़कर रहेंगे। वहीं कोलकाता में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को बंगाल दौरे पर हैं। कोलकाता में उनकी रैली का मंच तोड़े जाने और रैली रद्द होने की खबरों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने निर्देश दिया कि चाहे कुछ भी हो, रैलियां रद्द नहीं होंगी। इसके बाद पश्चिम बंगाल के बारासात में रैली के दौरान मंच से ही योगी आदित्यनाथ ने ताल ठोंक कर कह दिया कि वह कोलकाता में भी रैली करेंगे। कोलकाता 15 मई 2019
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
ठंड का मौसम धीरे-धीरे आदित्य की तपिश से गर्माहट में बदल रहा है। जबकि दूसरी और बंगाल विधान सभा चुनाव के तारीखों के एलान मिशन 2021 की अधिसूचना जारी होने के बाद बंगाल में चुनावी पारा बढ़ गया है। वहीं भाजपा की पहली रैली की सभा को संबोधित करने के दौरान जब योगी आदित्य नाथ ने पश्चिम बंगाल के मालदा में ममता पर जमकर निशाना साधा। आज के उनके भाषण से लोकसभा चुनाव 2019 की यादें तरो-ताजा हो गई। योगी ने अपने फायरब्रांड अंदाज में दीदी के एक-एक काम का हिसाब अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र मालदा की धरती से दिया। योगी ने जयश्री राम, लव जिहाद, आतंकवाद, घुसपैठ, गौ-तस्करी व सीएए जैसे मुद्दे पर एक-एक कर लोकसभा चुनाव का हिसाब लिया। वहीं भाजपा ने बंगाल में कमल खिलाने के लिए योगी बंगाल में करीब 10 से 12 रैलियों से जीत का बिगुल फूंकेंगे।
लव जिहाद को लेकर मुखर हुए योगी
करीब 51 प्रतिशत अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में लव जिहाद के मामले में तेजी से इजाफा होने के बात सामने आने बाद योगी ने सीधे इस मामले में ममता सरकार दोषी ठहराया। वह दीदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां नाम बदलकर लव जिहाद को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने यूपी में लव जिहाद कानून की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने यूपी में कानून बनाया। लेकिन ममता बनर्जी के तुष्टीकरण की नीति के कारण बेखौफ लव जिहाद को अंजाम दे रहे हैं। दीदी को चेताते हुए योगी ने कहा कि दीदी आपकी इस तुष्टीकरण की नीति का अंजाम आने वाले समय में दिखेगा।
भाजपा ने डा. श्याम प्रसाद के सपने को साकार किया
बंगाल की धरती धरती पर जन्में डा. श्याम प्रसाद मुखर्जी के सपनों की चर्चा करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ ने कहा कि डा. मुखर्जी चाहते थे एक देश एक निशान हो। डा. मुखर्जी अपने इस अभियान को लेकर जम्वू काश्मीर को भारत में शामिल किया जाया। इस देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेगा, उनके इसी सपने को पूरा करने के लिए भाजपा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने काश्मीर से धारा 370 को हटाकर उनके सपने को पूरा करने का काम किया है। उनके इस अभियान के लिए बंगाल समेत पूरा देश कृतज्ञ रहेगा।
जयश्री राम पर पाबंदी, ईद पर गौ हत्या नहीं चलेगा
दीदी के राज में सदियों पुरानी परंपरा बंगाल में दुर्गापूजा पर प्रतिबंध लगाया जाता है और ईद में जर्बदस्ती गौ हत्याएं कराई जाती हैं और अब यह बंगाल में नहीं चलेगा। उन्होंने कहा की दीदी भारत जैसे देश में नहीं चलेगा और जो राम का द्रोही है उसका भारत में कोई काम नहीं है। जबकि स्वामी विवेककानंद ने कहा था कि गर्व से कहो हम हिंदू है, मैं स्वामी जी की इस बात को प्रणाम करता हूं। लेकिन अब बंगाल में जो जयश्री राम के नारे से परहेज करेगा, उसका हाल भी उत्तर प्रदेश की पूर्व की सरकार जैसा ही होगा। योगी आदित्यनाथ ने मालदा की रैली को संबोधित करते हुए कहां कि बंगाल चारो तरफ से अंर्तराष्ट्रीय सीमाओं से घिरा है। इसलिए यहां खासकर बंगलादेश से घुसपैठ की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। इसका प्रमुख कारण है अल्पसंख्यकों के वोट वैंक को हासिल करना है। योगी ने अपने भाषण में ममता पर चुन-चुनकर सीएए, आतंकवाद, लव जिहाद, गौ तस्करी के मुद्दे को बड़े ही तर्किक ढंग से उठाया।
मालूम हो कि चुनावी अधिसूचना के बाद ही 51 फिसदी अल्पसंख्य बाहुल्य क्षेत्र में योगी रैली का मतलब साफ है हिंदू वोटों का ध्रवीकरण करना था। जो कि होता दिख रहा है और योगी इस रैली का असर मालदा के आसपास के करीब 75 सीटों पड़ने की संभावना देखी जा रही है। वहीं सबसे अहम बात यह है कि लोक सभा चुनाव 2019 व विधानसभा चुनाव में यहां से तृणमूल कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो चुका है। 2019 लोकसभा चुनाव में यहां एक सीट भाजपा के खाते में गई जबकि दूसरी सीट कांग्रेस के खाते में गई। वहीं विधानसभा चुनाव 2016 में कुल 12 सीटों में भाजपा ने दो सीटों पर बाजी मारी थी, जबकि माकपा और निर्दल के खाते में एक-एक व कांग्रेस को 8 सीटों पर कब्जा किया था। इस प्रकार देखा जाय तो यहां तृणमूल कांग्रेस का सूपड़ा पहले ही साफ हो चुका है।