एनबीएमसीएच की जनरल ओपीडी सेवाएं बंद
दो नर्सिंग होम में एक डाक्टर समेत 6 संक्रमित
डाक्टर व स्टाफ में हडकंप, गए सेल्फ क्वारंटइन
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ीः बाजार खुले, गाडियों का परिचालन शुरू, मंदिंरों के लाकडाउन खत्म, सभी सेवाएं सामान्य दिखाने लगी। लेकिन सबसे हैरानी जैसे-जैसे सभी सेवाएं सामान्य हो रही है, वैसे-वैसे कोरोना का संक्रमण अब असामान्य की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। सबसे अहम बात यह है कि उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज व अस्पताल ने आपातकालिन सेवा को छोड़ कर ओपीडी की सभी सेवाएं बंद करने का फैसला लिया है। नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिडेंट एक पत्र जारी कर कहा है कि विभिन्न विभागों के स्वास्थ्य कर्मियों को बड़ी संख्या में क्वारांटाइन किया गया था, जो अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमित पाये जा रहे है। इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों की भारी आभाव है। प्रशासन इस नाज़ुक परिस्थिति में सिर्फ आपातकालीन मरीजों को ही सेवा देने का निर्णय लिया है। यह अगले आदेश तक फैसला जारी रहेगा। इस आशय की जानकारी स्वास्थय निदेशक बंगाल सकार, प्राचार्य एनबीएमसीएच, जिलाधिकारी दार्जिलिंग समेत सभी अधिकारियों को दिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ शहर के दो प्रमुख नर्सिंग में एक डाक्टर व पांच मरीजों में कोरोना संक्रमित होने से दोनों नर्सिंग होम के अधिकतर स्टाफ व डाक्टर सेल्फ क्वारंटाइन में जाने के बाद वहां की स्वास्थय सेवाएं चरमारा गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों नर्सिंग होम में डाक्टर व मेडिकल स्टाफ छुट्रटी के लिए आवेदन दे रहे हैं। जिसके कारण अब स्थिति गंभीर होती जा रही है।
बतातें चलें कि बंगाल में अब तक के सबसे अधिक आज 449 कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि 184 मरीज ठीक हुए व 13 लोगों की मौत हो गई । बंगाल का आंकड़ा 8187 है, ठीक होने वाले मरीज 3303 व 396 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हो गई । वहीं दूसरी तरफ देश के अन्य राज्यों से प्रवासी मजूदरों का आने का सिलसिला भी जारी है। जिसके कारण कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनबीएमसीएच व शहर के कई निजी नर्सिंग होग में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं होने के कारण कोरोना संक्रमितों के आंकड़े में इजाफा माना जा रहा है। दूसरा सबसे अहम बात यह है कि कम्यूनिटी संक्रमण अब बढ़ने लगा है। कारण कि जब तक कोरोना संक्रिमतों की पहचान हो रही है तब तक वे कई अन्य को ये बिमारी दे चुके होते है। वैसे भी सिलीगुड़ी बाजार लाकडाउन में अनलाक रहा है। जबकि बाजार खुलते ही लोगों की भीड़ में शोशल डिस्टेंसिंग नाम की चीज कहीं भी दिख नहीं रही है।